Friday, October 5, 2018

जनहित या चुनावी स्टंट: पेट्रोल डीजल 5 रूपए तक हुए सस्ते

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साभार: जागरण समाचार 
चुनावी साल में पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में रोजाना हो रही वृद्धि से परेशान आम जनता को राहत देने के लिए गुरुवार को केंद्र सरकार ने बड़े पैकेज का एलान किया है। इस पैकेज के तहत आम जनता को पेट्रोल व डीजल की खुदरा कीमतों मे पांच रुपये प्रति लीटर तक की राह
मिली है। केंद्र ने अपनी तरफ से कीमत में ढाई रुपये की कटौती की और तत्काल बाद भाजपा शासित हरियाणा समेत कई राज्यों ने ढाई रुपये और कम कर दी। हालांकि दिल्ली सहित विपक्षी दल शासित राज्यों की ओर से ऐसा कोई एलान नहीं हुआ। यानी इन राज्यों में फिलहाल ढाई रुपये की ही राहत होगी। पेट्रोल और डीजल के मूल्य में कटौती गुरुवार मध्य रात्रि से लागू हो गई। 
पेट्रोल व डीजल की कीमत में लगी आग से अब हाथ जलने का डर था। विपक्ष की ओर से इसे बड़ा मुद्दा बनाया जा रहा था। दरअसल यही वह मुद्दा था जिस पर कांग्रेस अपने साथ 21 विपक्षी दलों को जोड़ने में सफल रही थी। ऐसे में गुरुवार को सरकार ने एकमुश्त बड़ी राहत देने का फैसला कर पासा पलटने की कोशिश की है। अब विपक्षी दलों के राज्यों पर भी दबाव होगा कि वे भी कटौती के लिए आगे बढ़े। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इसे और स्पष्ट कर दिया और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर परोक्ष निशाना साधते हुए कहा, ‘यह उन लोगों के लिए परीक्षा की घड़ी है जो सिर्फ ट्वीट करते हैं।’उन्होंने कहा कि जहां तक सरकारी तेल कंपनियों का सवाल है तो उन्हें कहा गया है कि वे लागत का एक रुपये फिलहाल स्वयं वहन करे। उन्होंने कहा कि, ‘मैं सभी राज्यों को पत्र लिख रहा हूं कि वे इन दोनों उत्पादों पर वैट की दरों में इस तरह से कटौती करे कि आम जनता को अतिरिक्त 2.50 रुपये प्रति लीटर की राहत और मिले।’ वित्त मंत्री की घोषणा के कुछ ही देर बाद हरियाणा, गुजरात, महाराष्ट्र, असम, झारखंड, त्रिपुरा, उप्र ने 2.50 रुपये की राहत अपनी तरफ से दी है।
  • पेट्रो उत्पादों के मूल्य में कटौती से पता चलता है कि मोदी सरकार आम लोगों के कल्याण के लिए कितनी संवेदनशील है। - अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष
  • यह उन नेताओं के लिए परीक्षा की घड़ी है जो अभी तक पेट्रोल की कीमतों पर सिर्फ ट्वीट कर रहे थे। - अरुण जेटली, वित्त मंत्री
  • केंद्रीय वित्त मंत्री ने लोगों को राहत देने के लिए सभी राज्यों से पेट्रोल-डीजल पर टैक्स घटाने की बात कही थी जिसे हमने फॉलो किया है। हालांकि प्रदेश सरकार को पेट्रोल-डीजल के दाम में कटौती से करीब दो हजार करोड़ सालाना नुकसान होगा, लेकिन आमजन के हित में यह राहत देना जरूरी था। - कैप्टन अभिमन्यु, वित्त मंत्री, हरियाणा
  • आमजन के लिए प्रदेश सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर वैट में कटौती कर ढाई रुपये प्रति लीटर की राहत दी है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में लगातार इजाफे के चलते पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे थे। इसी के मद्देनजर केंद्र सरकार ने दोनों पदार्थो पर ढाई रुपये की राहत दी तो प्रदेश सरकार ने भी इतने ही दाम घटा दिए। इससे आमजन को बड़ी राहत मिलेगी। - मनोहर लाल, मुख्यमंत्री, हरियाणा।

हरियाणा के खजाने पर सालाना 1920 करोड़ का बोझ: केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल की कीमतों में ढाई रुपये प्रति लीटर की कटौती के बाद प्रदेश सरकार ने भी पेट्रो पदार्थो पर एकमुश्त ढाई रुपये लीटर की घोषणा कर दी। इसके साथ ही प्रदेश में पेट्रोल और डीजल पांच रुपये सस्ता हो गया। प्रदेश सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर वैट (मूल्य वर्धित कर) कम करते हुए ढाई रुपये प्रति लीटर की राहत दे दी। इससे सरकारी खजाने पर सालाना करीब 1920 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा। उत्तरी राज्यों में पेट्रोल और डीजल की असमान कीमतों को खत्म करने की हरियाणा वकालत करता रहा है। बीते 25 सितंबर को ही प्रदेश के वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु की पहल पर चंडीगढ़ में हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हिमाचल और चंडीगढ़ समेत सात राज्यों के मंत्रियों और प्रतिनिधियों ने पेट्रोल व डीजल की एक समान दरें करने पर सहमति जताई थी।