अमेरिका में ट्रंप प्रशासन ने आखिरकार मुस्लिम देशों के नागरिकों को वीजा देने के लिए नए नियमों को लागू कर ही दिया है। इसके बाद इन 6 देशों के लोगों को अमेरिका में प्रवेश करने के लिए कुछ खास शर्तों का पालन करना होगा। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। ट्रंप के आदेश के
बाद सुप्रीम कोर्ट ने आंशिक तौर पर इसे बहाल करते हुए नए गाइडलाइंस जारी किए हैं। इसके अनुसार, आवेदकों को अमेरिका में रिश्तेदारी के सबूत देने होंगे यानि अब इन छह देशों के लोगों को अमेरिका की यात्रा करने के लिए अमेरिका से पारिवारिक या व्यावसायिक जुड़ाव की जरूरत होगी। यह गाइडलाइन अमेरिकी दूतावासों और वाणिज्यिक दूतावासों को भेज दी गई है। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने ट्रम्प के कार्यकारी आदेश के खिलाफ आंशिक रूप से निचली अदालत के आदेश को उठाया था, जिसने छह देशों के नागरिकों के लिए अस्थायी रूप से वीजा पर प्रतिबंध लगा दिया था। न्यायाधीशों ने अगर वे अमेरिकी व्यक्ति या संस्था के साथ एक 'सशक्त रिश्ते' साबित कर सकते हैं, तो आवेदकों को इस प्रतिबंध से छूट दी है। इससे पहले सुनवाई करते हुए जजों ने कहा था कि अक्टूबर में इस मामले की समीक्षा की जाएगी।
ये रिश्ते बताने होंगे: जारी किए गए निर्देशों के अनुसार सीरिया, सूडान, सोमालिया, लीबिया, ईरान और यमन से नए आवेदकों को अमेरिका में यात्रा करने के लिए अभिभावक, पति या पत्नी, बच्चा, बालिग बेटा या बेटी, दामाद या बहू और भाई जैसे रिश्ते दिखाने होंगे। इसमें पैरेंट, स्पाउज, बच्चे, व्यस्क बेटे या बेटी, दामाद, बहू या भाई-बहन के साथ सौतेले बच्चों के साथ सौतेले पारिवारिक सदस्य को भी अमेरिका आने की अनुमति होगी।
इन रिश्तेदारों को नहीं मिलेगी एंट्री: नए नियम के अनुसार, दादा-दादी, पोता-पोती, चाची-चाचा, भतीजा-भतीजी, चचेरे भाई-बहन, साला-साली, मंगेतर और दूसरे पारिवारिक सदस्यों को करीबी रिश्तेदार में शामिल नहीं किया गया है। राष्ट्रपति ट्रम्प ने 6 मुस्लिम देशों के यात्रियों को अमेरिका में प्रवेश करने पर राेक लगाई है।
यात्रा करने के लिए पारिवारिक व्यावसायिक निकटता जरूरी
न्यूयार्क| अमेरिकीरक्षा विभाग ने बुधवार को कहा कि ट्रंप प्रशासन ने भारत को एक सी-17 मालवाहक विमान बेचने का फैसला किया है। इससे भारत की वर्तमान और भविष्य की रणनीतिक हवाई परिवहन की जरूरतों को पूरा करने की क्षमता में इजाफा होगा। बोइंग द्वारा 36.62 करोड़ डॉलर की अनुमानित लागत से सी-17 मालवाहक विमान की प्रस्तावित बिक्री में कई उपकरण शामिल हैं। इसमें एक मिसाइल चेतावनी प्रणाली, एक काउंटर मेजर डिस्पेंसिंग सिस्टम, एक आईडेंटिफिकेशन फ्रेंड ऑर फोई ट्रांसपोंडर तथा सटीक नौवहन उपकरण शामिल हैं। डिफेंस सिक्योरिटी को-ऑपरेशन एजेंसी ने कहा, प्रस्तावित बिक्री भारत की वर्तमान एवं भविष्य की रणनीतिक वायु परिवहन की जरूरतों को पूरा करने की क्षमता को बेहतर बनाएगी।
यात्रा करने के लिए पारिवारिक व्यावसायिक निकटता जरूरी
न्यूयार्क| अमेरिकीरक्षा विभाग ने बुधवार को कहा कि ट्रंप प्रशासन ने भारत को एक सी-17 मालवाहक विमान बेचने का फैसला किया है। इससे भारत की वर्तमान और भविष्य की रणनीतिक हवाई परिवहन की जरूरतों को पूरा करने की क्षमता में इजाफा होगा। बोइंग द्वारा 36.62 करोड़ डॉलर की अनुमानित लागत से सी-17 मालवाहक विमान की प्रस्तावित बिक्री में कई उपकरण शामिल हैं। इसमें एक मिसाइल चेतावनी प्रणाली, एक काउंटर मेजर डिस्पेंसिंग सिस्टम, एक आईडेंटिफिकेशन फ्रेंड ऑर फोई ट्रांसपोंडर तथा सटीक नौवहन उपकरण शामिल हैं। डिफेंस सिक्योरिटी को-ऑपरेशन एजेंसी ने कहा, प्रस्तावित बिक्री भारत की वर्तमान एवं भविष्य की रणनीतिक वायु परिवहन की जरूरतों को पूरा करने की क्षमता को बेहतर बनाएगी।
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: भास्कर समाचार
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE. Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.