देश कीफार्मास्युटिकल इंडस्ट्री की विश्वभर के बाजार में 2.4 फीसदी की हिस्सेदारी है। विश्वभर में फार्मा उत्पादों के कुल निर्यात में भारत का 20 फीसदी हिस्सा है। एक अनुमान के अनुसार 2015 से 2020 के दौरान देश की फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री 15 फीसदी की सालाना दर से बढ़ेगी। वहीं 2020 के अंत तक इसके कुल 55 अरब डॉलर के होने की संभावना है, जो विश्व का छठा सबसे बड़ा फार्मास्युटिकल बाजार होगा। इस इंडस्ट्री के विस्तार से फार्मासिस्ट के लिए रोजगार के अवसर बनेंगे। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। फार्मेसी हेल्थ साइंस से जुड़ा विषय है। फार्मासिस्ट वे प्रोफेशनल होते हैं, जो फार्मास्युटिकल उत्पादों के उत्पादन और डेवलपमेंट के तरीकों के लिए जिम्मेदार होते हैं। ड्रग एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट एंड रूल्स के अनुसार दवा संबंधी किसी भी काम के लिए फार्मासिस्ट की जरूरत होती है। फार्मासिस्ट के लिए फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री, सरकारी डिपार्टमेंट, यूनिवर्सिटी, टीचिंग, हॉस्पिटल, इनवेस्टिगेशन और रिसर्च इंस्टीट्यूट्स में जॉब के अवसर हैं। इसके अलावा छात्रों के पास खुद का बिज़नेस शुरू करने का विकल्प भी है।
नीट के माध्यम से मिलेगा प्रवेश: साइंस स्ट्रीम से 12वीं करने वाले छात्र फार्मेसी में कॅरिअर बना सकते हैं। इसके लिए 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी विषयों का होना जरूरी है। 12वीं के बाद फार्मेसी के बैचलर कोर्स में प्रवेश लेने के लिए छात्रों को नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट- यूजी में भाग लेना होगा।
प्रमुख संस्थान:
- ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस, दिल्ली, www.aiims.edu/
- जामिया हमदर्द, दिल्ली www.amiahamdard.edu/
- बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, वाराणसी www.bhu.ac.in/
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साभार: भास्कर समाचार
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