Friday, June 30, 2017

करियर: डेटा एनालिटिक्स में इस वर्ष के अंत तक 50 हजार प्रोफेशनल की जरूरत

बिज़नेस में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण कंपनियां अपने विस्तार के लिए नए तरीके अपना रही हैं। इन तरीकों में से एक है डेटा एनालिटिक्स। डेटा एनालिटिक्स एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसके अंतर्गत टेक्नोलॉजी का उपयोग कर मौजूदा डेटा का एनालिसिस किया जाता है। कंपनियां इस एनालिसिस के अाधार पर भविष्य के फैसले लेती हैं। डेटा एनालिटिक्स का उपयोग बिज़नेस ग्रोथ, लागत कम करने और काम की प्रक्रिया को बेहतर करने के लिए किया जाता है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। अलग-अलग क्षेत्र की कंपनियां विभिन्न तरीकों से डेटा एनालिटिक्स का उपयोग करती हैं। उदाहरण के लिए टेलीकॉम सर्विसेस प्रोवाइडर कंपनियां इसकी मदद से यूजेस और चार्जिंग पैटर्न का विश्लेषण करती हैं। हाल ही में आई एक स्टडी रिपोर्ट के मुताबिक अगले एक साल में देश में डेटा एनालिटिक्स से संबंधित 50 हजार लोगों की जरूरत होगी। 
रिपोर्ट में बताया गया है कि अप्रैल, 2015 से अप्रैल, 2016 के दौरान डेटा एनालिस्ट की नौकरियों में 52 फीसदी और अप्रैल, 2014 से अप्रैल, 2015 के दौरान 40 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी। डेटा एनालिटिक्स क्षेत्र में विश्वभर में नई नौकरियों के मामले में 12 फीसदी हिस्सेदारी भारत की है। शहर के अनुसार देखा जाए, तो डेटा एनालिस्ट के लिए सबसे ज्यादा नौकरियों की संभावनाएं बेंगलुरु और दिल्ली में हैं। इस क्षेत्र में 25 फीसदी नौकरियां बेंगलुरु, 22 फीसदी नौकरियां दिल्ली-एनसीआर, 17 फीसदी मुंबई और तकरीबन 9 फीसदी नौकरियों के अवसर हैदराबाद में हैं। रिपोर्ट में अच्छी बात यह भी सामने आई है कि टियर-बी शहरों में डेटा एनालिस्ट के लिए नौकरी की संभावनाएं बढ़ी हैं और यह पिछले वर्ष में 5 फीसदी से बढ़कर 7 फीसदी हो गई है। वहीं इंडस्ट्री के लिहाज से डेटा एनालिस्ट प्रोफेशनल के लिए सबसे ज्यादा नौकरियां बैंकिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेस, ई-कॉमर्स, फार्मा हेल्थकेअर, एनर्जी एंड यूटिलिटी और मीडिया एंड एंटरटेनमेंट क्षेत्र में हैं। 
मैनेजमेंट की प्रक्रिया और पॉलिसी का रिकॉर्ड डेवलप करने से लेकर डेटा डैशबोर्ड तैयार करना और परफॉर्मेंस इंडिकेटर को ट्रैक करने का काम डेटा एनालिस्ट का होता है। इसमें एनालिटिकल प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल से लेकर आउट ऑफ बॉक्स थिंकिंग और लॉजिकल सॉल्यूशंस तक पहुंचने की काबिलियत को प्राथमिकता मिलती है। डेटा माइनिंग टेक्निक्स, ऑपरेशनल मॉडल्स तैयार करने की काबिलियत, अलग-अलग सोर्सेज से डेटा एनालाइज करने की खूबी, विजुअलाइजेशन स्किल्स के साथ-साथ प्रमुख ट्रेंड्स को समझने की क्षमता यहां जरूरी है। इन आंकड़ों का इस्तेमाल कंपनी के लिए बेहतर फैसले लेने में किया जाता है। 
बीई या बीटेक के छात्रों के लिए ज्यादा मौके: डेटा एनालिटिक्स में मैथमेटिकल स्किल का उपयोग होता है। इसलिए इसमें जॉब के लिए इससे संबंधित बैचलर डिग्री होनी आवश्यक है। हालांकि कुछ जॉब के लिए मास्टर डिग्री की आवश्यकता होती है। कंप्यूटर साइंस, स्टैटिस्टिक्स या इससे संबंधित कोर्स करने वाले छात्रों के लिए इसमें ज्यादा संभावनाएं होती हैं। रिपोर्ट के अनुसार डेटा एनालिटिक्स में इस वर्ष करीब 42 फीसदी नौकरियां बीई या बीटेक वालों के लिए, 26 फीसदी पोटस्टग्रेजुएट डिग्री और 10 फीसदी एमबीए और पीजीडीएम करने वालों के लिए होंगी। 
विभिन्नइंडस्ट्री में जॉब: डेटा एनालिटिक्स प्रोफेशनल के लिए कई इंडस्ट्री में जॉब के अवसर मौजूद हैं। ये प्रोफेशनल बैंकिग और फाइनेंशियल सर्विसेस, ई-कॉमर्स इंडस्ट्री, फार्मास्युटिकल हेल्थकेअर, एनर्जी यूटिलिटी, मीडिया एंड एंटरटेनमेंट, टेलीकॉम, रिटेल, ऑटोमोबाइल और ट्रैवल एंड हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में जॉब कर सकते हैं। 
1.8-2.5 लाख रुपए सालाना का शुुआती पैकेज: डेटा एनालिस्ट के क्षेत्र में कॅरिअर शुरू करने वाले प्रोफेशनल्स को औसतन 15 से 20 हजार रुपए प्रति माह का पैकेज मिलने की संभावना होती है। हालांकि विभिन्न इंडस्ट्री के अनुसार सैलरी अलग-अलग हो सकती है। कुछ वर्ष के अनुभव के बाद 4 से 6 लाख रुपए तक सालाना पैकेज मिल सकता है। बेहतर पद के साथ यह 7 से 8 लाख रुपए सालाना तक हो सकता है।
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: भास्कर समाचार 
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