Tuesday, December 15, 2015

लाइफ मैनेजमेंट: शिक्षित होने से सुधरती है जीवन की गुणवत्ता

एन रघुरामन (मैनेजमेंट फंडा)
पिछले सप्ताह अमेरिका के बोस्टन के शेरटन होटल जो केटल रिसोर्ट जैसा है में मेरे चचेरे भाई के साथ एक दिलचस्प वाकया हुआ। यहां हर रात ठहरने के लिए रूम का किराया 230 डॉलर है। वे और उनके तीन साथियों ने रात 11 बजे होटल में चैक इन किया। इनमें दो पुरुष और एक महिला थी। तीनों के कमरे एक साथ लगे थे।
इन्हें अगले दिन सुबह एक आईटी एमएनसी द्वारा आयोजित लीडरशिप मीटिंग में शामिल होना था। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। तीनों काफी थक गए थे, उन्होंने एक-दूसरे को गुड नाइट कहा और दो पुरुष साथियों ने एक ही रूम ले लिया। 
अगला रूम महिला साथी का था और सबसे आखिरी रूम मेरे चचेरे भाई का। चूंकि दो पुरुष साथ में थे, इसलिए वे जल्दी से रूम खोलकर अंदर चले गए। मेरे चचेरे भाई ने भी थोड़ी तेजी दिखाई और वे भी महिला साथी के मुकाबले तेजी से अपने रूम में चले गए। लेकिन अंदर वे यह देखकर दंग रह गए कि बिस्तर पर महिला वस्त्र पड़े हैं। उन्हें अहसास हो गया कि गलत कमरे में गए हैं। बिना ज्यादा सोचे वे तेजी से कमरे से बाहर आए तो देखा कि उनकी महिला साथी भौंचक और आश्चर्यचकित खड़ी हैं और उनके रूम का दरवाजा पूरा खुला है। दरवाजे पर एक विनम्र लेकिन उनींदा अंग्रेज नाइटसूट पहने खड़ा है। मेरे भाई को तेजी से बाहर आते देखा तो उन्हें लगा कि वे मदद के लिए आए हैं। उसने तेजी से मेरे भाई के पीछे शरण ले ली जैसे वह अंग्रेज रावण हो जो उसे उठा लेगा और मेरा भाई उसे बचाने आया हो। 
उन दोनों ने एक भी शब्द नहीं कहा और अपने-अपने कमरों की चाबियां चैक की। चाबियों और कमरों के नंबर समान ही थे। दोनों थोड़े डरे हुए और नाराज थे। अंग्रेज आदमी समझ गया कि होटल की फ्रंट डेस्क ने गड़बड़ी की है, लेकिन उसका सेंस ऑफ ह्यूमर गजब का था। दो घबराए हुए से लोग उसके सामने खड़े थे और इतने नाराज थे कि होटल का जो भी कर्मचारी सबसे पहले उनके सामने आता वे उस पर टूट पड़ते। निश्चित रूप से इतनी ऊंची कीमतों वाले होटल में आप दो लोगों को एक ही रूम आवंटित करने की गड़बड़ी की उम्मीद नहीं करते। 
अंग्रेज व्यक्ति ने महिला की ओर देखा और कहा, 'आप इस समय जिस मूड में हैं मैं नहीं चाहूंगा कि फ्रंट डेस्क के किसी व्यक्ति का आपसे सामना हो। रुकिए मैं किसी को बुलाता हूं'। हालांकि, तब तक दोनों रिसेप्शन पर जाने का फैसला कर चुके थे। लेकिन उसने हाथ के इशारे से थोड़ा रुकने के लिए कहा और अंदर चला गया, उसने रिसेप्शन पर फोन किया और कहा, 'एक बहुत ही नाराज यंग लेडी मेरे रूम के बाहर खड़ी है। इतना गुस्से में है कि वह यह बताने के लिए भी मेरे रूम में नहीं आना चाहती कि आपने उसे गलत चाबी दे दी है। हालांकि, अब वह किसी भी समय नीचे आने के लिए चल पड़ेगी।' 
रात को परेशानी होने के बावजूद उसके इस मजाक ने उनके गुस्से को कम कर दिया। उन्होंने सिर्फ उससे माफी मांगी और सीढ़ियों से नीचे उतर गए, लेकिन जब तक वे नीचे पहुंचते उनका गुस्सा एक समझदार और आधी रात को उसके संयमित व्यवहार के हास्य की वजह से ठंडा गया था। फ्रंट डेस्क ने इसके लिए बहुत माफी मांगी और बताया कि पिछले 24 घंटे में सिस्टम में एरर गया है और सिस्टम ने रेंडमली कुछ कमरों की डबल बुकिंग कर ली है। अगले दिन सुबह मीटिंग में सुना गया कि होटल में रात को कई लोगों को डबल चैक-इन की यही समस्या कम्यूटर मेमोरी की गड़बड़ी के कारण हुई। दोनों को अहसास हुआ कि उस व्यक्ति के शांत स्वभाव से वे रात को अच्छी नींद सो सके, जो अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। 
फंडा यह है कि अगरआप ज्ञान हासिल करें और शिक्षित होते रहें तो यह आपको अपेक्षाकृत शांत बनाए रखता है, जो जीवन को अच्छा बनाता है। शिक्षा अधिकारों को जानने में आपकी मदद करती है, लेकिन शायद यह आपको गुस्से में फूट पड़ने और असहिष्णुता दिखाने से नहीं रोक सकती। 
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभारभास्कर समाचार 
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