साभार: जागरण समाचार
ब्रिटेन के यूरोपियन यूनियन से अलग होने यानी ब्रेग्जिट का काउंटडाउन एक बार फिर शुरू हो चुका है। ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे ब्रेग्जिट के समर्थन के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रही हैं। मे के विड्राल एग्रीमेंट के
खिलाफ दो बार वहां के सांसद इसके खिलाफ वोटिंग कर चुके हैं साथ ही नो-डील ब्रेग्जिट के साथ दूसरे जनमत संग्रह को भी खारिज कर चुके हैं।
लेकिन, यूरोपियन यूनियन द्वारा आर्टिकल 50 को सशर्त विस्तार दिए जाने के बाद अब ब्रेग्जिट का भविष्य वहां के सांसदों पर निर्भर करता है। आइए, जानते हैं कि 2013 से अब तक ब्रेग्जिट मामले का क्या घटनाक्रम रहा और किसने क्या कहा।
21 मार्च 2019 : यूरोपियन यूनियन ने ब्रेग्जिट के लिए 12 अप्रैल तक की अवधि स्वीकार की जबतक कि टेरीजा मे का प्रस्ताव सांसदों द्वारा पारित नहीं हो जाता। टेरीजा मे ने कहा कि अब 12 अप्रैल की तारीख महत्वपूर्ण है। यह हमें और सांसदों को अपने विकल्प पर विचार करने और उस पर अमल अवसर देता है। 21 मार्च तक ब्रेग्जिट के खिलाफ 20 लाख से अधिक हस्ताक्षर किए गए।
18 मार्च 2019 : हाउस ऑफ कॉमन्स के स्पीकर जॉन बर्को ने टेरीजा मे से कहा कि वह ब्रेग्जिट डील को महत्वपूर्ण बदलावों के साथ पेश करें।
14 मार्च 2019 : ब्रिटेन के सांसदों ने ब्रेग्जिट में विलंब के अनुरोध के पक्ष में वोट किया लेकिन दूसरे जनमत संग्रह को किया खारिज।
13 मार्च 2019 : ब्रिटेन के सांसदों ने नो-डील ब्रेग्जिट को पूरी तरह किया खारिज।
12 मार्च 2019 : सांसदों ने दूसरी बार टेरीजा मे के विड्रॉल एग्रीमेंट को खारिज किया। इस हार के बाद टेरीजा मे ने कहा, ‘आज रात इस हाउस द्वारा लिए गए फैसले पर मुझे गहरा अफसोस है।
24 फरवरी 2019 : टेरीजा मे ने हाउस ऑफ कॉमन्स में ब्रेग्जिट डील पर उस हफ्ते वोटिंग की संभावना से किया इनकार लेकिन कहा कि 12 मार्च को वोटिंग होगी। उन्होंने कहा, ’यह विकल्प अब भी हमारे पास है कि हम डील के साथ 29 मार्च को यूरोपियन यूनियन से अलग हो जाएं।’
20 फरवरी 2019 : तीन कंजर्वेटिव सांसदों- एन्ना सोब्री, सारा वॉलैस्टन और हेइडी एलेन- ने इंडीपेंडेंट ग्रुप ज्वॉइन किया।
18 फरवरी 2019 : सांसद लुसियाना बर्जर, चुका उमुन्ना, गेविन शुकर, क्रिस लेस्ली, एंजेला स्मिथ, माइक गेप्स और एन्न कॉफी लेबर पार्टी से इस्तीफा देकर बने निर्दलिय सांसद।
7 फरवरी 2019 : विड्रॉल एग्रीमेंट में बदलाव को यूरोपियन यूनियन (ईयू) ने किया खारिज। यूरोपियन यूनियन कमीशन के प्रेसिडेंट जीन-क्लाउड जंकर ने ब्रूसेल्स में टेरीजा मे से कहा कि उनके विड्रॉल एग्रीमेंट पर ईयू के शेष 27 देश समझौता वार्ता नहीं करेंगे।
5 फरवरी 2019: बेलफास्ट में टेरीजा मे ने बिजनेस लीडर्स के बीच दिए अपने भाषण में यूरोपियन यूनियन के साथ ब्रेग्जिट डील करने का वादा किया।
30 जनवरी 2019 : नाइगेल फराज ने यूरोपियन संसद में दिए अपने भाषण में कहा कि कोई भी देश ईयू के साथ टेरीजा मे के ब्रेग्जिट सौदे पर हस्ताक्षर करने को तैयार नहीं होगा।
29 जनवरी 2019 : सांसदों ने टेरीजा मे से कहा कि वह फिर से ईयू के साथ विड्रॉल एग्रीमेंट पर फिर से बातचीत करें।
21 जनवरी 2019 : टेरीजा मे ने महत्वपूर्ण वोट गंवाने के बाद जरूरत के अनुसार सांसदों के सामने ब्रेग्जिट का ‘प्लान बी’ पेश किया।
16 जनवरी 2019 : टेरीजा मे ने दूसरा विश्वास मत हासिल किया।
15 जनवरी 2019 : ऐतिहासिक वोट से सांसदों ने ब्रेग्जिट सौदे को किया खारिज, टेरीजा मे की हुई हार।
5 जनवरी 2019 : पूर्व चांसलर और होम सेक्रेटरी केन क्लार्क ने सरकार से आर्टिकल 50 वापस लेने को कहा साथ ही कहा कि ब्रिटेन को ब्रेग्जिट पर बातचीत के लिए कुछ और वक्त दिया जाए।
4-10 दिसंबर 2018 : हाउस ऑफ कॉमन्स के सांसद टेरीजा मे के विड्रॉल एग्रीमेंट डील पर 40 घंटे की चर्चा करने वाले थे। लेकिन इस डील की भारी आलोचना और इसके विरोध में वोट पड़ने के अनुमानों को देखते हुए जो वोट 11 दिसंबर को होना था उसे मे ने टाल दिया। मे के बयान के बाद डॉलर के मुकाबले पाउंड 20 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया था।
25 नवंबर 2018 : यूरोपियन यूनियन के नेताओं ने टेरीजा मे की ब्रेग्जिट डील को स्वीकार किया।
15 नवंबर 2018 : विड्रॉल एग्रीमेंट का मसौदा प्रकाशित होने के बाद दूसरे ब्रेग्जिट सेक्रेटरी डोमिनिक राब ने दिया इस्तीफा।
14 नवंबर 2018 : ब्रेग्जिट एग्रीमेंट के मसौदे पर हुई कैबिनेट मीटिंग
12 नवंबर 2018 : टेरीजा मे ने कहा कि ब्रिटेन और यूरोपियन यूनियन के साथ बातचीत अंतिम चरण में है और ब्रेग्जिट का गतिरोध जल्द ही समाप्त होगा।
22 अक्टूबर 2018: टेरीजा मे ने ब्रेग्जिट पर हुई बातचीत की जानकारी पार्लियामेंट को दी।
20 अक्टूबर 2018 : लगभग पांच लाख लोगों ने लंदन की सड़कों पर उतर कर दूसरे जनमत संग्रह का विरोध किया।
21 जुलाई 2018 : ब्रिटेन की सरकार ने ब्रेग्जिट व्हाइट पेपर प्रकाशित किया जिसमें कई अहम बातें शामिल की गई थीं।
15 दिसंबर 2017 : ब्रिटेन और यूरोपियन यूनियन ने दूसरे चरण की बातचीत पर जताई सहमति।
13 सितंबर 2017 : ब्रेग्जिट की फाइनल डील पर वोट देने के लिए सरकार पर बना दबाव।
26 जून 2017 : ब्रिटेन और यूरोपियन यूनियन के बीच औपचारिक बातचीत हुई शुरू।
31 मार्च 2017 : यूरोपियन यूनियन ने ब्रिटेन के साथ ब्रेग्जिट प्रकिया पर बातचीत के लिए दिशानिर्देश तैयार किया।
30 मार्च 2017 : ब्रिटेन की सरकार ने यूरोपियन यूनियन विड्रॉल बिल प्रकाशित किया। इसके अनुसार ब्रेग्जिट के बाद यूरोप का कानून ब्रिटेन पर लागू नहीं होगा।
14 फरवरी 2017 : ब्रिटेन के पार्लियामेंट ने आर्टिकल 50 के पक्ष में किया वोट।
3 नवंबर 2016 : आर्टिकल 50 को हाई कोर्ट में दी गई चुनौती।
23 जून 2016 : यूरोपियन यूनियन जनमत संग्रह के दौरान ब्रिटेन ने ईयू से अलग होने के पक्ष में 51.9 फीसद वोट किया।
23 जनवरी 2013 : ब्रिटेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने अपने भाषण में जनमत संग्रह का वादा किया। उन्होंने कहा था कि ब्रिटेन के लोगों को यूरोप पर अपना पक्ष जरूर रखना चाहिए।