साभार: जागरण समाचार
लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Facebook पर एक बार फिर से यूजर डाटा लीक हो गया है। पिछले साल कैम्ब्रिज एनालिटिका डाटा लिक के बाद से Facebook का एक और बड़ा डाटा लीक सामने आया है। साइबर
सिक्युरिटी फर्म UpGuard ने Facebook डाटा लीक का खुलासा किया है। UpGuard के मुताबिक, 540 मिलियन यानी कि 54 करोड़ Facebook यूजर्स का डाटा थर्ड पार्टी पब्लिक सर्वर में सेव हो गया जिसकी वजह से यूजर्स के डाटा सार्वजनिक हो गए। हालांकि, सिक्युरिटी फर्म ने यह नहीं बताया कि यूजर्स के डाटा का मिस यूज हुआ है कि नहीं।
रिसर्चर्स के राइट अप के मुताबिक, मैक्सिको बेस्ड डिजिटल मीडिया कंपनी कल्ट्रा कलेक्टिवा ने 540 मिलियन रिकॉर्ड्स को छोड़ दिया, जिस डाटा को कोई भी एक्सेस कर सकता है। इन फेसबुक यूजर्स के डाटा में कमेंट्स, लाइक्स, रिएक्शन्स, अकाउंट नेम आदि जानकारियां शामिल हैं। ये डाटा Amazon S3 सर्वर पर बिना किसी पासवर्ड के स्टोर किए गए थे। इसके अलावा एक और डाटा बैक अप फाइल कैलिफॉर्निया बेस्ड ऐप मेकर कंपनी द पुल के सर्वर पर स्टोर हो गया जिसमें 22,000 यूजर्स का डाटा सेव था। इस बैक अप फाइल में यूजर्स के फ्रेंड लिस्ट, इंटरेस्ट, फोटो, ग्रुप मेंबरशिप और चेक इन जैसी जानकारियां शामिल थी। UpGuard के साइबर रिस्क टीम ने इस बात की जानकारी एक ब्लॉग पोस्ट के जरिए दी है।
हालांकि, Facebook ने बाद में एक स्टेटमेंट जारी करके बताया कि उसने Amazon के साथ मिलकर यूजर्स के डाटा को वहां से हटा लिया है। Facebook की पॉलिसी के मुताबिक, Facebook के यूजर्स की जानकारी किसी भी पब्लिक डाटाबेस में स्टोर नहीं की जा सकती है। इसके अलावा Facebook का एक और ग्लिच हाल ही में सामने आया है जिसमें लाखों यूजर्स के पासवर्ड एक्सपोज हो गए थे जो कि रीडेबल फॉर्मेट में थे। हालांकि, इन पासवर्ड का एक्सेस केवल Facebook के कर्मचारियों को था। जिसके बाद Facebook ने एक स्टेटमेंट जारी करके इन पासवर्ड के मिसयूज न होने की जानकारी दी थी।
पिछले साल हुए Facebook-कैम्ब्रिज एनालिटिका विवाद के बाद से कंपनी ने अपनी कई पॉलिसी में बदलाव किया है। इसके अलावा Facebook ने कई थर्ड पार्टी ऐप्स का ऑडिट भी किया है। इस डाटा लीक पर Amazon की तरफ से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। Facebook डाटा लीक की इस तरह से बढ़ती घटनाओं से यूजर्स जरूर परेशान हो गए हैं।