Wednesday, October 17, 2018

राजनीति की पाठशाला से फिर निकलेंगे सिकंदर, 22 साल बाद आज 293 कॉलेज, यूनिवर्सिटियों के छात्र चुनेंगे अपना प्रतिनिधि

साभार: जागरण समाचार 
22 साल बाद आखिर कॉलेज छात्रों के लिए अपना प्रतिनिधि चुनने की घड़ी आ गई है। बुधवार सुबह साढ़े नौ बजे मतदान शुरू होगा और शाम पौने छह बजे तक सभी 293 कॉलेज और यूनिवर्सिटियों की कार्यकारी विद्यार्थी
परिषद में जगह बनाने वाले विजेताओं की तकदीर तय हो जाएगी। 
हालांकि विजेताओं के नाम हाई कोर्ट के फैसले के बाद ही उजागर हो सकेंगे। दूसरी तरफ चुनाव का बहिष्कार कर रहे इनसो, एनएसयूआइ और एसएफआइ सहित अन्य छात्र संगठनों के तीखे तेवरों के चलते स्थानीय प्रशासन के लिए शांतिपूर्ण चुनाव किसी परीक्षा से कम नहीं। 
  • सुबह साढ़े नौ बजे शुरू होगा मतदान
  • हाई कोर्ट के आदेश तक घोषित नहीं हो पाएंगे विजेता
  • शांतिपूर्ण चुनाव सरकार के लिए चुनौती, ‘छावनी’ बने शिक्षण संस्थान
  • 22 साल बाद आज 293 कॉलेज, यूनिवर्सिटियों के छात्र चुनेंगे अपना प्रतिनिधि

पहले चरण में सुबह 9:30 से 11:30 बजे तक सीआर (कक्षा प्रतिनिधि) के लिए मतदान होगा। इस दौरान करीब साढ़े चार लाख छात्र वोट डालेंगे। दोपहर एक बजे सीआर के परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे। इसके बाद कार्यकारी विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों तथा सदस्यों के लिए नामांकन करने की प्रक्रिया शुरू होगी। 
दोपहर दो से ढाई बजे तक नामांकन किया जा सकेगा। नामांकन पत्रों की जांच और नाम वापसी के बाद दोपहर 3:30 बजे उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी कर दी जाएगी। इसके तुरंत बाद दो घंटे तक मतदान चलेगा। छात्र संघ चुनाव की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी होगी। सभी शिक्षण संस्थाओं के मुख्य द्वारों पर सीसीटीवी कैमरे लगाते हुए भारी मात्र में पुलिस बल तैयार किया गया है। छात्रों और कॉलेज स्टाफ को छोड़कर किसी को अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी। संदिग्ध आचरण वाले विद्यार्थियों को भी तुरंत कैंपस से बाहर कर दिया जाएगा। सभी जिलों में डीसी और एसपी को शांतिपूर्ण चुनाव के लिए कड़ी हिदायत दी गई है।
कंट्रोल रूम से पूरे प्रदेश की निगरानी की जाएगी: शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि शांतिपूर्ण चुनाव कराना सरकार की प्राथमिकता है। शिक्षण संस्थानों में असामाजिक तत्वों के प्रवेश पर रोक रहेगी। राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम बनाया गया है जहां फोन करके सहायता मांगी जा सकती है। सभी जिलों के डीसी-एसपी की जवाबदेही तय की गई है जो कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा के आवश्यक प्रबंध कराना सुनिश्चित करेंगे।
मुख्यद्वारों पर ताले जड़ेगी प्रत्यक्ष चुनाव संघर्ष समिति: अप्रत्यक्ष चुनाव के विरोध में आंदोलनरत एनएसयूआइ के प्रदेश अध्यक्ष दिवांशु बुद्धिराजा, इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला, एसएफआइ के प्रदेशाध्यक्ष शहनवाज ने कहा कि चुनाव होने नहीं देंगे। प्रत्यक्ष चुनाव संघर्ष समिति ने सभी कालेजों में पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई है जो मुख्यद्वार पर ताले जड़कर दूसरे छात्रों को मतदान नहीं करने के लिए प्रेरित करेंगे।