Saturday, February 20, 2016

251 रुपए वाला फ़ोन शक के दायरे में: हो सकती है जाँच

रिंगिंग बेल्स के 251 रुपये में स्मार्टफोन के बेचने के दावे पर संचार मंत्रालय नजर बनाए हुए है। करीब ढाई हजार रुपये का फोन ढाई सौ रुपये में कैसे बेचा जा सकता है, जांच अब इस बात की हो रही है। विश्व का सबसे सस्ता मोबाइल फोन (फ्रीडम 251) लांच करने का दावा करने वाली कंपनी ‘रिंगिंग बेल्स’ खुफिया विभाग की रडार पर है। आईबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) कंपनी और उसके मैनेजमेंट पर कड़ी नजर रख रही है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। शुक्रवार को मंत्रालय ने स्मार्टफोन की कम से कम कीमत के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त की। मंत्रालय इस बात पर भी लगातार नजर रख रहा है कि झूठे वायदे के नाम पर ग्राहकों के साथ कोई धोखाधड़ी तो नहीं हो रही। बिना बीआईएस सर्टिफिकेट ‘फ्रीडम-251’ की बिक्री करने की जांच भी मंत्रालय कर सकता है। शुक्रवार को भाजपा सांसद किरीट सोमैया व इंडियन सेलुलर एसोसिएशन (आईसीए) ने भी संचार मंत्रालय और भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के समक्ष मात्र 251 रुपये में स्मार्टफोन बेचे जाने के मामले पर सवाल उठाए। मंत्रालय सूत्रों के मुताबिक टेलीकॉम विशेषज्ञों की समीक्षा के बाद पाया गया कि किसी भी स्मार्टफोन की कीमत कम से कम 2300-2400 रुपये होनी चाहिए। इससे कम कीमत पर स्मार्टफोन की बिक्री नहीं की जा सकती है। शुक्रवार दोपहर नोएडा के डीएसपी डॉ. अनूप कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम कंपनी पहुंची। टीम ने करीब डेढ़ घंटे तक कंपनी के डायरेक्टर मोहित कुमार गोयल और मैनेजमेंट टीम से पूछताछ की। जिस समय पुलिस की टीम कंपनी में जांच-पड़ताल कर रही थी, उसी दौरान इनकम टैक्स के असिस्टेंट डायरेक्टर की एक टीम भी वहां पहुंची। आयकर विभाग के अधिकारियों ने विधिवत रूप से कंपनी के तमाम कागजातों की जांच की। मौके पर सभी लेजर और बिल-बाउचर्स का भी मिलान किया गया। पुलिस ने कंपनी के डायरेक्टर मोहित समेत दो एडिशनल डायरेक्टर शामली निवासी सुषमा देवी और राजेश कुमार से संबंधित सभी दस्तावेजों का मिलान कर कई दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिए। वहीं सूत्रों के अनुसार खुफिया विभाग के रडार पर न केवल कंपनी का हेड ऑफिस है बल्कि इंदिरापुरम स्थित एटीएस टावर से लेकर कौशांबी, गाजियाबाद और शामली के वे इलाके भी हैं, जहां मोहित के घर हैं। फिलहाल मोहित परिवार समेत एटीएस टावर इंदिरापुरम में रह रहे हैं और उनकी ससुराल कौशांबी में है। खास बात यह है कि नोएडा के सेक्टर-63 स्थित कंपनी हेड ऑफिस पर होने वाली सभी गतिविधियों की रिपोर्ट एलआईयू (लोकल इंटेलिजेंस यूनिट) एकत्र कर रहा है। इधर शुक्रवार को भी कंपनी मुख्यालय पर काफी लोगों का हुजूम लगा रहा। मौके पर पहुंचे लोगों ने मोबाइल लेने में कम बिजनेस मॉडल समझने में ज्यादा रुचि दिखाई।
एक मोबाइल पर 1400 रुपये का खर्च: पुलिस पूछताछ में मोहित ने कहा कि उसकी कंपनी मार्केट में एक करोड़ मोबाइल उतारेगी। एक मोबाइल पर करीब 1400 रुपये का खर्च आ रहा है। कई ऑनलाइन शॉपिंग पोर्टल से उनकी बातचीत हुई है जो उनकी मदद करेंगी। उन्होंने दावा किया है कि मेक इन इंडिया के तहत उसे भारत सरकार इंडस्ट्री स्थापित करने के लिए जमीन मुहैया कराएगी। मोहित का कहना है कि वह एक से दो दिन में अपने बिजनेस का पूरा मॉडल देश के सामने रख देंगे ताकि लोग उस पर भरोसा कर सकें।
नोएडा पुलिस ने कंपनी मैनेजमेंट से की पूछताछ, इनकम टैक्स के अधिकारियों ने भी खंगाले कागजात
कंपनी में जांच-पड़ताल की गई है। डायरेक्टर व टॉप मैनेजमेंट टीम से पूछताछ की गई। कागजात वेरीफाई किए गए। संबंधित कागजात लिए गए हैं। बिजनेस मॉडल को भी समझा गया है। आम लोगोें में यह डर है कि कहीं कंपनी भाग न जाए। ऐसे में कंपनी व उसकी मैनेजमेंट पर पूरी नजर रखी जा रही है। - डॉ. अनूप कुमार, डीएसपी  
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साभार: अमर उजाला समाचार 
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