Friday, December 11, 2015

क्या कसाब वाकई जिन्दा है? स्कूल के हेडमास्टर ने कोर्ट में दी ये गवाही

पाकिस्तानमें मुंबई आतंकी हमले की सुनवाई के दौरान एक प्रमुख गवाह ने कहा, 'मैंने कसाब को पढ़ाया है। वह अभी जिंदा है। उसे जरूरत पड़ने पर कोर्ट में पेश किया जा सकता है।' यह कहने वाला पाकिस्तान के उस स्कूल का हैडमास्टर है, जिसमें अजमल कसाब पढ़ता था। वैसे, कसाब को नवंबर 2012 में पुणे की जेल में
फांसी दी जा चुकी है। भारत में मिले सबूतों के मुताबिक, कसाब ने उस स्कूल में तीन साल तक पढ़ाई की थी। मामले की अगली सुनवाई 16 दिसंबर को होगी। अभियोजन पक्ष के मुताबिक, फरीदकोट के प्राइमरी स्कूल के हैडमास्टर मुदस्सिर लखवी ने मई 2014 में भी कोर्ट को बताया था कि कसाब जिंदा है। उसके बाद अभियोजन पक्ष ने कहा कि संभवतया उन्होंने मुख्य आरोपी जकी-उर-रहमान लखवी के दबाव में ऐसा कहा हो। इसलिए फिर से कोर्ट में बुलाया जाए। उसी आधार पर मुदस्सिर को बुधवार को फिर रावलपिंडी की अडियाला जेल में आतंकवाद-रोधी कोर्ट में बुलाया गया। यहां उसने भारत में फांसी पर लटकाए गए कसाब का कोई हवाला नहीं दिया। यह भी नहीं बताया कि क्या फांसी पर चढ़ाया गया कसाब और उनके स्कूल में पढ़ने वाला व्यक्ति एक ही है। 
शुरू में पाकिस्तान ने कहा था-हमारा नहीं है कसाब: शुरू में पाकिस्तानी अधिकारियों ने कसाब के पाकिस्तानी नागरिक होने के भारतीय दावों को खारिज कर दिया था। भारत द्वारा सबूत दिए जाने के बाद उन्होंने पुष्टि की थी कि कसाब पाकिस्तानी ही था। नवंबर 2008 में मुंबई में पाकिस्तान से आए 10 आतंकियों ने हमला किया था। उनमें से नौ मारे गए थे। कसाब को जिंदा पकड़ लिया गया था। भारत में उस पर मुकदमा चला और फांसी दे दी गई। उससे मिली जानकारी के आधार पर पाकिस्तान में हमले के मुख्य साजिशकर्ताओं पर मुकदमा चल रहा है। 
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साभारभास्कर समाचार 
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