रोहतक खेलोंमें हो रही धनवर्षा और ग्लैमर की चाह में खिलाड़ियों के कोचों की मिलीभगत से फर्जी दस्तावेजों के इस्तेमाल करने का बड़ा खुलासा हुआ है। देशभर के 10 भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) सेंटर्स के 260 महिला पुरुष बॉक्सर सवालों के घेरे में हैं, इनमेंे 76 हरियाणा से हैं। यह खुलासा 6 वर्ष तक आरटीआई से जुटाई गई जानकारी में हुआ है। इसके तहत राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बॉक्सरों ने फर्जी स्कूली सर्टिफिकेट,
जन्म प्रमाण के सहारे मेडल बटोरे और सरकारी नौकरी भी हासिल की। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। कोई रेलवे में टीटीई है तो कोई हरियाणा पुलिस में डीएसपी। इनमें से कुछ खिलाड़ी अभी भी अंतररराष्ट्रीय खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। आरटीआई कार्यकर्ता राेहतक के शास्त्री नगर निवासी चरण सिंह चहल ने इस फर्जीवाड़े की शिकायत राज्य के खेल मंत्री अनिल विज से लेकर केंद्रीय खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सर्बानंद सोनोवाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक से की है। हाल ही में भेजी गई करीब सवा सौ पेज की शिकायत में हर साई सेंटर के उन खिलाड़ियों का जिक्र किया गया है, जो इस फर्जीवाड़े में शामिल हैं।
भिवानी के 70 में से 40 के कागजात गड़बड़: आरटीआईमें सामने आया है कि सबसे ज्यादा फर्जी दस्तावेज हरियाणा शिक्षा बोर्ड के नाम के लगाए गए हैं। इनमें किसी की मार्कशीट फर्जी है तो किसी का जन्म प्रमाण पत्र। कई खिलाड़ियों ने जो मार्कशीट जमा कराई हैं, उस पर बोर्ड सचिव के हस्ताक्षर गलत हैं। भिवानी साई सेंटर में वर्ष 2006 से 2009 तक 70 बॉक्सरों में से 40 ने फर्जी दस्तावेज लगाए। इनमें से कई सरकारी नौकरी पर तैनात हैं। आरटीआई में मिली जानकारी के अनुसार हरियाणा में बॉक्सिंग की ट्रेनिंग के लिए 60 से 70 फीसदी खिलाड़ियों ने कोई कोई दस्तावेज फर्जी लगाया है।
इन राज्यों के खिलाड़ियों पर सवाल: मध्यप्रदेश,उत्तर प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, मणिपुर, केरल, राजस्थान, नई दिल्ली, पंजाब और सिक्किम राज्य में स्थापित साई सेंटर्स में ट्रेनिंग लेने वाले बॉक्सरों के दस्तावेजों में गड़बड़ मिली है।
आरटीआई से मिली सूचना: आरटीआई कार्यकर्ता चरण सिंह ने 2009 में भारतीय खेल प्राधिकरण से सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी। जवाब मिलने पर केंद्रीय लोक सूचना अधिकारी का दरवाजा खटखटाया। यहां से प्राधिकरण क पूरी जानकारी मुहैया कराने के निर्देश दिए गए। चरण सिंह का कहना है कि वे पिछले 6 वर्ष से जानकारी जुटाने में लगे थे। अब उन्होंने इसकी शिकायत करना शुरू किया। आरोप है कि 60 से 70 फीसदी खिलाड़ियों ने कोई कोई फर्जी दस्तावेज दिखाकर ट्रेनिंग ली है।
मुझे इसकी जानकारी नहीं है। एडमिशन के वक्त मूल दस्तावेज देखे जाते हैं। फिर भी जांच होती है तो हम सहयोग देंगे। -बृजभान,भिवानी एसटीसी इंचार्ज
फोटोकॉपीसे फर्जी सर्टिफिकेट बनाने की शिकायतें मिलती रहती हैं। डाटा अथवा मूल कॉपी देखकर ही सच्चाई का पता चल सकता है। -मीनाक्षी,प्रवक्ता, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड
गुवाहाटी साई सेंटर के कई खिलाड़ियों ने जन्म प्रमाण पत्र मेघालय सरकार के लगाए हैं। इनमें से कुछ प्रमाण पत्र पर बीचोंबीच सरकारी मुहर लगी है तो अधिकांश में मुहर ही गायब है। जबकि सरकारी मुहर प्रमाण पत्र की सत्यता के लिए लगाई जाती है। इनमें हस्ताक्षर भी अलग-अलग दिखाई पड़ रहे हैं।
भोपाल, जबलपुर, हिसार, भिवानी गांधीनगर के अलावा गुवाहाटी सेंटर पर कई खिलाड़ियों ने मूल दस्तावेज के एवज में स्कूल के साधारण लेटरपैड सौंप रखे हैं। इन पर कहीं भी रजिस्ट्रेशन नंबर रोल नंबर का जिक्र तक नहीं है। इन्हीं प्रमाण पत्रों के आधार पर ये खिलाड़ी भारतीय सेना, पुलिस सहित विभिन्न सरकारी सेवाओं में पदस्थ बताए जा रहे हैं।
भोपाल साई में ट्रेनिंग लेने वाले हरियाणा के खिलाड़ियों ने फर्जी दस्तावेज लगाए। जुलाई 2007 में हरियाणा शिक्षा बोर्ड सचिव विकास गुप्ता थे, लेकिन मार्कशीट पर राकेश गुप्ता के हस्ताक्षर हैं। ये खिलाड़ी हिसार के हैं। संभागीय बोर्ड पूर्व माध्यमिक प्रमाण पत्र परीक्षा वर्ष 2007 में भोपाल ग्वालियर के दो खिलाड़ियों के प्रमाण पत्र अलग- -अलग प्रिंट हुए। ये पुलिस अफसर बन चुके हैं।
15 मई से 3 नवंबर 2006 तक हरियाणा शिक्षा बोर्ड के सचिव राजीव रंजन थे। भिवानी एसटीसी के 2 खिलाड़ी की मार्कशीट पर राजीव रंजन के अलग-अलग हस्ताक्षर हैं। इनमें एक खिलाड़ी की 12वीं की मार्कशीट 6 जुलाई और दूसरे की 20 सिंतबर 2006 की है। 18 अप्रैल 2001 से 17 अप्रैल 2003 तक बोर्ड सचिव रहे महेंद्र सिंह मोर के अलग-अलग हस्ताक्षर कर हिसार एसटीसी में कई मार्कशीट लगाई गईं। ये खिलाड़ी रेलवे में नौकरी भी कर रहे हैंं।
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: भास्कर समाचार
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE. Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.