Saturday, February 24, 2018

दिल्ली सरकार v/s CS मामले में केजरीवाल से पूछताछ, पूरे मुख्यमंत्री हाउस की ली गई तलाशी

साभार: भास्कर समाचार
दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ आप विधायकों की मारपीट के मामले में सबूत जुटाने के लिए दिल्ली पुलिस की टीम शुक्रवार को सीएम अरविंद केजरीवाल के घर पहुंच गई। इस कार्रवाई पर केजरीवाल ने
कहा, 'दो थप्पड़ के आरोप की जांच के लिए पूरे सीएम हाउस की तलाशी हुई। भारी संख्या में पुलिसकर्मी मेरे घर पर भेजे गए। जांच होनी चाहिए, लेकिन जज लोया की मौत के मामले में अमित शाह से कब पूछताछ होगी?' उधर, दिल्ली सरकार के प्रवक्ता अरुणोदय प्रकाश ने कहा कि बिना किसी पूर्व सूचना के 60-70 पुलिसकर्मी सीएम हाऊस पहुंचे। यह एक मुख्यमंत्री को अपमानित करने की कोशिश है। आप ने इस कार्रवाई के खिलाफ शनिवार को देशभर में विरोध-प्रदर्शन का ऐलान किया है।  
केजरीवाल प्रा. लि. कंपनी के तानाशाही से निर्वाचित राष्ट्रपति: लोया मामले को लेकर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का नाम लेने से भड़के पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि केजरीवाल, प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के तानाशाही से निर्वाचित राष्ट्रपति हैं। 
केजरीवाल के सामने आप विधायक बोले-ऐसे अधिकारियों को ठोकना चाहिए: आप विधायक नरेश बालियान ने दिल्ली की एक रैली में केजरीवाल की मौजूदगी में कहा, 'जो चीफ सेक्रटरी के साथ हुआ, जो उन्होंने झूठा आरोप लगाया, मैं तो कह रहा हूं कि ऐसे अधिकारियों को मारना चाहिए, ठोकना चाहिए। जो आम आदमी के काम रोक कर बैठे हैं, ऐसे अधिकारियों के साथ यही सलूक होना चाहिए।' वहीं, आप के बागी विधायक और पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि जिस कमरे में मुख्य सचिव के साथ घटना हुई है, उस कमरे में केजरीवाल 'सीक्रेट डीलिंग' करते हैं। 
जमानत नहीं मिली: मुख्य सचिव से मारपीट के आरोपी दोनों आप विधायकों अमानतुल्लाह खान और प्रकाश जारवाल की जमानत अर्जी तीस हजारी कोर्ट ने शुक्रवार को खारिज कर दी। कोर्ट ने विधायकों को दो दिन के लिए रिमांड पर लेने की पुलिस की अर्जी भी नामंजूर कर दी। 
हिंसा के लिए जगह नहीं - एलजी: केजरीवाल और उनके मंत्रियों ने एलजी अनिल बैजल से मुलाकात की। इसके बाद बैजल ने ट्वीट किया, मैंने केजरीवाल को सलाह दी है कि हिंसा के लिए लोकतंत्र में जगह नहीं है। हाल की हिंसा की घटनाओं की कड़ी निंदा की। उनसे कहा कि वे कर्मचारियों के साथ अविश्वास का माहौल दूर करें। केजरीवाल ने कहा, तीन दिन से अफसर मीटिंग में नहीं आ रहे। काम ठप हैं। एलजी ने भरोसा दिलाया है कि कामकाज सामान्य करने के लिए वे कदम उठाएंगे। उधर, दिल्ली सरकार के तहत काम करने वाले आईएएस अधिकारियों का एक दल अंशु प्रकाश पर हुए हमले को लेकर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह से मिला और अपनी शिकायत दर्ज कराई।