साभार: भास्कर समाचार
पीएनबी के साथ 11,394 करोड़ रु. की धोखाधड़ी के मामले में सीबीआई ने मंगलवार रात पहली हाई प्रोफाइल गिरफ्तारी की। तीन दिन तक पूछताछ के बाद नीरव मोदी की कंपनी के सीएफओ और प्रेसीडेंट (फाइनेंस)
विपुल अंबानी को गिरफ्तार कर लिया गया। वह रिलायंस प्रमुख मुकेश अंबानी का चचेरा भाई है। विपुल के अलावा नीरव-मेहुल की कंपनियों के चार और अधिकारी गिरफ्तार किए गए हैं। इनमें तीन फर्मों की अथॉराइज्ड सिग्नेटरी कविता मणिकर, फायरस्टार का सीनियर एग्जीक्यूटिव अर्जुन पाटिल, नक्षत्र ग्रुप का सीएफओ कपिल खंडेलवाल और गीतांजलि का मैनेजर नितेन शाही शामिल है।
अब तक 11 लोग गिरफ्तार; इनमें 5 पीएनबी और 6 नीरव-मेहुल से जुड़े गीतांजलि ज्वैलर्स से जब्त हीरों की ज्वैलरी का होगा लैब टेस्ट, नकली होने का शक
नीरव मोदी के मामा मेहुल चोकसी की फर्म गीतांजलि ज्वैलर्स से जब्त गहने नकली हो सकते हैं। ईडी को शक है कि अंबुजा, सिटी सेंटर मॉल और देशभर से गीतांजलि ज्वैलर्स के शोरूम से जो गहने जब्त हुए उनमें जड़े हीरे प्रयोगशाला में बने हुए हैं। ईडी ने छत्तीसगढ़ समेत सभी रीजनल टीमों को निर्देश दिए हैं कि छापेमारी में हीरे की जो भी ज्वैलरी पकड़ी जा रही है, उसे सुरक्षित रखें। देशभर से जब्त हुई ज्वैलरी ईडी के मुंबई मुख्यालय में इकट्ठी की जाएगी, हीरों की जांच वहीं होगी। गीतांजलि ज्वेलर्स के देश भर में फैले 38 शोरूम्स से 22 करोड़ रुपए की ज्वैलरी जब्त हुई।