साभार: भास्कर समाचार
पाकिस्तान में 7 साल की बच्ची जैनब अंसारी की दुष्कर्म के बाद हत्या करने वाले इमरान अली को कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। लाहौर स्थित कोट लखपत जेल में आतंकवाद निरोधक अदालत (एटीसी) ने शनिवार को
यह फैसला सुनाया। कोर्ट ने इस केस की सुनवाई रिकॉर्ड डेढ़ माह के समय में पूरी की। एटीसी जज सज्जाद हुसैन ने 24 वर्षीय इमरान को बच्ची की हत्या, अपहरण, दुष्कर्म और अप्राकृतिक कृत्य करने का दोषी ठहराते हुए चार बार फांसी की सजा मुकर्रर की। बच्ची के शव काे कचरे में फेंकने के लिए 7 साल जेल की सजा और 10 लाख रु. जुर्माने की सजा भी सुनाई। जैनब की मां ने कहा कि हम चाहते थे कि उसे चौराहे पर पत्थर से मारा जाए। इमरान इस फैसले को 15 दिन में बड़ी अदालत में चुनौती दे सकता है। इमरान को पाकिस्तान की एजेंसियों ने 14 दिन के संयुक्त प्रयासों के बाद गिरफ्तार किया था। फोरेंसिक एजेंसियों ने संदिग्धों के 1000 सैंपल और 150 डीएनए की जांच के बाद दुष्कर्मी की पहचान की थी।
यह है घटना: लाहौर से 50 किमी दूर कसूर शहर की जैनब 5 जनवरी को स्कूल से लापता हो गई थी। उस समय उसके माता-पिता सऊदी अरब गए हुए थे। 9 जनवरी को शाहबाज खान रोड के पास कचरे के एक ढेर से उसका शव बरामद किया गया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि हुई थी।
सड़कों पर उतरे थे लोग: पाकिस्तान में इस घटना के विरोध में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन हुए थे। पंजाब प्रांत में पुलिस की निष्क्रियता के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन हुए थे। एक टीवी एंकर ने विरोध स्वरूप अपनी बच्ची को गोद में लेकर खबर पढ़ी थी। बच्चों के साथ बढ़ती दरिंदगी को लेकर विरोध प्रदर्शनों के साथ-साथ दुनियाभर में चर्चा ने भी इस ओर अपना ध्यान खींचा था।