Sunday, February 25, 2018

अब OBC में 390 करोड़ का घोटाला, PNB की तर्ज पर एक और हीरा कारोबारी ने ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स को लगाई चपत

साभार: भास्कर समाचार
पीएनबी घोटाले की तर्ज पर एक और हीरा कारोबारी ने ओरिएंटल बैंक ऑफ कामर्स के साथ 390 करोड़ रु. की धोखाधड़ी की है। सीबीआई ने दिल्ली की कंपनी द्वारका दास सेठ इंटरनेशनल के सभ्य सेठ, रीता सेठ, कृष्ण
कुमार सिंह और रवि कुमार सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया है। यह कंपनी हीरा, सोना और चांदी की ज्वैलरी के कारोबार से जुड़ी है। ओबीसी ने दुबई के एक ऐसे बैंक के क्रेडिट नोट पर सभ्य सेठ को करोड़ों रुपए जारी कर दिए थे, जिसका अस्तित्व ही नहीं है। सभ्य के फरार होने के बाद ओबीसी ने जब दुबई के उन बैंकों और ग्राहकों से संपर्क साधा, जिनके नाम पर क्रेडिट नोट जारी हुए थे, तब पता चला कि क्रेडिट नोट जारी करने वाला बैंक व खरीदार पते पर मौजूद ही नहीं हैं। कुछ खरीदारों ने बताया कि सभ्य का कंसाइनमेंट मिलते ही भुगतान कर दिया था। उन्होंने क्रेडिट नोट पर दस्तखत नहीं किए। बैंक ने घोटाले में दुबई के ट्रेड चार्टर्ड बैंक को बराबर भागीदार बताया है। दुबई के खरीदार सलम ज्वैलर्स का अारोप है कि उसकी अनुमति के बिना ही बैंक ने सभ्य की कंपनी के नाम पर लेटर ऑफ क्रेडिट जारी कर दिया। ओबीसी की शिकायत को सीबीआई 6 माह दबाए रही। पीएनबी का नीरव-मेहुल प्रकरण सामने आने के बाद एफआईआर दर्ज की। 
ग्राहक भी निकले फर्जी: जिन 3 कंपनियों के नाम पर लेटर आॅफ क्रेडिट जारी हुए, वह कंपनियां कभी अस्तित्व में नहीं रहीं। सेठ ने दुबई की मन्नत एफजेडई राक, फ्रेया ट्रेडिंग एफजेडई व ग्रीन एपल ट्रेडिंग एफजेडई के नाम से जारी क्रेडिट नोट के जरिये ओबीसी से रकम निकाली। उक्त कंपनियां दर्ज पते पर नहीं मिलीं। 

  • बैंक की शिकायत सीबीआई ने छह माह तक दबाकर रखी 
  • नीरव-मेहुल प्रकरण के बाद एफआईआर दर्ज, दिल्ली के सभ्य सेठ सहित 4 को बनाया आरोपी 
ऐसे हुआ घोटाला - टर्नओवर 14-15 करोड़ था, बैंक को 100 करोड़ दिखाया: फॉरेंसिक ऑडिट में पता चला कि लेटर आॅफ क्रेडिट जारी करने वाले कई बैंकों की रेटिंग निगेटिव थी। काउंटर पार्टी यानी जिसके कहने पर बैंक ने लेटर आॅफ क्रेडिट जारी किया, उसका बैंक से कोई संबंध नहीं था। सभ्य सेठ ने बैंक को झांसे में लेने के लिए कंपनी का सालाना टर्नओवर 100 करोड़ रुपए दिखाया था, जबकि वास्तविक टर्नओवर 14-15 करोड़ रु. से अधिक नहीं था। सेठ ने बीएमडब्ल्यू कार के लिए 25 लाख रु. और एलेंट्रा कार के लिए 9.50 लाख रु. का लोन लिया था। यह लोन भी उसने नहीं चुकाया है।