साभार: भास्कर समाचार
हरियाणा कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर और पूर्व सीएम हुड्डा के बीच वर्चस्व की लड़ाई जारी है। प्रदेश अध्यक्ष तंवर ने मंथन शिविर में न आने वाले हुड्डा और उनके समर्थक विधायकों पर एक बार फिर तंज कसा
है। वहीं, पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा फिलहाल कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। शुक्रवार को प्रदेश अध्यक्ष तंवर ने इशारों में पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा और उनके साथी विधायकों के बारे में कहा कि पत्राचार की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी की डिग्री पर वाइस चांसलर (प्रदेशाध्यक्ष) के ही हस्ताक्षर होते हैं। विद्यार्थियों को रेगुलर कक्षाओं में आना जरूरी है, वरना डिग्री पर संकट हो सकता है। यदि किसी को लगे कि वह कमजोर है तो एक्सट्रा क्लास लेनी ही पड़ेगी। जो पास नहीं होगा, उसे बाहर होना पड़ता है। अपीयर तो करना ही होगा। उन्होंने कहा कि जो संघर्ष नहीं कर रहे, उन्हें व्यक्तिगत और राजनीतिक हानि होती है। तंवर पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जो विद्यार्थी पास होने के नजदीक है तो उसे ग्रेस मार्क्स की जरूरत पड़ेगी, जो हमारे पास है।
साइकिल यात्रा के बाद जींद में करेंगे बाइक रैली: तंवर ने भाजपा की चुनौती स्वीकार कर ली है। वह अगले महीने कालका से कांग्रेसी की हरियाणा बचाओ-परिवर्तन लाओ साइकिल यात्रा शुरू करेंगे। इसके बाद वह जींद में ही बाइक रैली करेंगे। जितनी भीड़ जींद रैली में आई उससे ज्यादा रोहतक की मंथन सभा में थी। साइकिल यात्रा तीन चरणो में चलेगी। पहले चरण में उत्तर हरियाणा के जिले कवर किए जाएंगे।
भाजपा ने जींद में की खूंखार रैली: प्रदेश अध्यक्ष अशाेक तंवर ने भाजपा की हुंकार रैली को खुंखार रैली ने बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा 16-16 कार्यालय जो खोल रही है, वह कालेधन से किया जा रहा है। भाजपा के पास कालाधन आया है। कांग्रेस इतनी पुरानी पार्टी होने के बावजूद एक कार्यालय खोलने के पैसे नहीं है। उन्होंने जींद रैली में भाजपा में फूट साफ नजर आई। भीड़ कम आने पर मंत्री नाचे। उन्होंने कहा कि पीएनबी घोटाले में भाजपा का भी हाथ है, क्योंकि घोटाला करने वाले प्रधानमंत्री के नजदीकी हैं।