Thursday, February 22, 2018

पीएनबी घोटाले की जांच एसअाईटी से करवाने का केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में किया विरोध

साभार: भास्कर समाचार
पीएनबी में 11,394 करोड़ रु. के घोटाले की जांच एसआईटी से करवाने की मांग का केंद्र ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में विरोध किया। केंद्र ने कहा कि सीबीआई व अन्य एजेंसियां जांच कर रही हैं। कई गिरफ्तारियां हो चुकी
हैं। किसी अन्य जांच की जरूरत नहीं है। इस पर सीजेआई दीपक मिश्रा की बेंच ने केंद्र को नोटिस जारी करने या अंतरिम आदेश देने से इनकार कर दिया। अगली सुनवाई 16 मार्च को होगी। सुनवाई शुरू होते ही केंद्र की तरफ से अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने याचिकाओं का विरोध किया। याचिकाकर्ता वकील विनीत ढांडा ने आपत्ति जताते हुए कहा कि नोटिस से पहले केंद्र की बात कैसे सुन सकते हैं? देश में एक ओर तो किसान कर्ज से परेशान हैं। 
जीएम सहित अब तक 12 गिरफ्तार: सीबीआई ने मंगलवार देर रात पीएनबी के एक जनरल मैनेजर (जीएम) राजेश जिंदल को गिरफ्तार कर लिया। राजेश अगस्त 2009 से मई 2011 तक ब्रेडी हाउस ब्रांच का प्रभारी था। उसके कार्यकाल में ही इस ब्रांच से घोटाला शुरू हुआ। अब तक 12 लोग गिरफ्तार हो चुके है। 
रोटोमैक ग्रुप की 4 और अचल संपत्तियां अटैच, मालिक पिता-पुत्र से सीबीआई ने पूछताछ की: आयकर विभाग ने 85 करोड़ रुपए की कर चोरी के मामले में रोटोमैक ग्रुप और इसके प्रमोटर्स की चार अचल संपत्तियां अटैच कर लीं। तीन संपत्तियां कानपुर में आैर एक अहमदाबाद में है। विभाग उप्र में ग्रुप के 14 बैंक अकाउंट अटैच कर चुका है। सीबीआई ने बुधवार को रोटोमैक के मालिक विक्रम कोठारी और उनके बेटे राहुल से पूछताछ की।