Saturday, April 1, 2017

अगर गर्मी से बच्चों की तबीयत बिगड़ी तो स्कूल मुखिया होगा 'जिम्मेदार'

हरियाणा में एकाएक गर्मी का प्रकोप बढ़ते ही स्कूल शिक्षा निदेशालय भी चौकस हो गया है। शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा के निर्देश पर शिक्षा निदेशालय ने अधिकारियों व स्कूल मुखियाओं को बच्चों को गर्मी से बचाने
के तमाम पुख्ता बंदोबस्त करने के आदेश जारी किए हैं। गर्मी की वजह से यदि किसी बच्चे की तबीयत खराब होती है तो इसकी जिम्मेदारी स्कूल मुखियाओं की होगी। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। राज्य के स्कूलों में एक अप्रैल से नया शिक्षा सत्र शुरू हो रहा है। साथ ही गर्मी ने भी अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया। पिछले साल गर्मी में सैकड़ों बच्चों व बच्चियों की तबीयत खराब हुई थी, जिससे सबक लेते हुए इस बार शिक्षा मंत्री ने पहले ही कड़े बंदोबस्त करने की हिदायतें जारी की हैं। स्कूल शिक्षा विभाग के सहायक निदेशक (माध्यमिक) की ओर से सभी जिला शिक्षा अधिकारियों, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों, खंड शिक्षा अधिकारियों, खंड मौलिक शिक्षा अधिकारियों और स्कूल मुखियाओं व प्रभारियों को पत्र भेजकर कहा गया है कि किसी भी अवस्था में विद्यार्थियों को खुली धूप में नहीं बैठाया जाना चाहिए। सहायक निदेशक के अनुसार किसी भी प्रकार का कार्यक्रम अथवा आयोजन खुली धूप में नहीं होगा। ऐसा करने वाले स्कूल मुखियाओं के विरुद्ध कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। स्कूलों में उपलब्ध रेडक्रास फंड से लू के बचाव के लिए ओआरएस के पैकेट खरीदकर लाए जाएंगे, जो गर्मी से पीड़ित बच्चों को पिलाए जाएंगे। निदेशालय ने स्कूल मुखियाओं से कहा कि वे विद्यार्थियों के साथ गर्मी से बचाव के उपायों पर भी खुली चर्चा करें और उन्हें आवश्यक जानकारी दें। किसी भी आपात स्थिति में अथवा बच्चे या बच्ची की तबीयत खराब होने पर लोकल अस्पतालों से संपर्क की व्यवस्था पहले से की जानी चाहिए, ताकि तुरंत कोई दिक्कत न आए। 
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: जागरण समाचार 
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE. Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.