अमेरिका के विदेश मंत्री रैक्स टिलरसन ने बुधवार को पहली बार मॉस्को में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मुलाकात की। टिलरसन ने कहा कि रूस अब राष्ट्रपति असद का साथ छोड़ दे। वहीं, लावरोव बोले कि वे सीरिया
मसले पर अमेरिका की असल नीयत जानने की कोशिश कर रहे हैं। सीरिया को लेकर अमेरिका और रूस में तनाव के बीच दोनों देशों के नेताओं की यह पहली मुलाकात है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। मॉस्को ने नूकोवो हवाई अड्डे पर टिलरसन का स्वागत अमेरिका में रूसी राजदूत जेम्स टैफ्ट ने किया। टिलरसन नाटो की बैठक को छोड़ कर मॉस्को पहुंचे हैं इससे पता चलता है कि अमेरिका के लिए रूस से बातचीत कितनी जरूरी है। टिलरसन ने कहा, हम दोनों देशों के मतभेदों की गंभीरता को समझते हैं। हम इन्हें दूर करने की कोशिश करेंगे। वहीं, लावरोव ने कहा कि रूस को सीरिया में अमेरिकी हमले पसंद नहीं हैं, ये बुनियादी रूप से गलत हैं, गैर कानूनी हैं। उन्होंने कहा कि टिलरसन का दौरा बहुत ही समय पर हुआ है। इससे हमें अमेरिका की असल नीयत समझने का मौका मिलेगा। टिलरसन का दौरा ट्रम्प प्रशासन में रूस-अमेरिका रिश्तों से ज्यादा सीरिया पर केंद्रित रहा। जहां छह साल के युद्ध में 3,20,000 से ज्यादा लोग मारे गए।
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साभार: भास्कर समाचार
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