Monday, April 10, 2017

साइंस संकाय की मांगी मंजूरी, स्मार्ट क्लास, मोबाइल प्रोजेक्टर लगाए

पानीपत के गांव सुताना में राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल में केवल आर्ट संकाय में पढ़ाई होती है। पंचायत ने विभाग को पत्र भेजा कि उन्हें स्कूल में मेडिकल-नाॅन मेडिकल कोर्स शुरू करने हैं। इसी सत्र से मंजूरी दी जाए।
विभाग ने जिला अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। इससे 5 गांवों के बच्चों को फायदा मिलेगा। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। इधर, गांव झट्टीपुर में दो राजकीय स्कूल हैं, एक में अंग्रेजी के अध्यापक की कमी थी। सरपंच ने अपनी पत्नी को स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के लिए भेजना शुरू कर दिया। वहीं अध्यापक होने पर बच्चे खाली बैठें इसके लिए स्मार्ट क्लास रूम बनवा दिए। ऐसे ही गांव सिवाह में पंचायत ने अंग्रेजी की शिक्षा के लिए तीन टीचरों को अपने खर्च पर लगाया है। इसराना के राजकीय स्कूल में कला अध्यापक प्रदीप मलिक ने अपने खर्च से स्कूल में कला लैब बना दी है, जो बच्चे संसाधन नहीं खरीद सकते, उन्हें स्कूल समय के बाद यहां कला सीख सकते हैं। इसमें प्रदर्शनी लगाई हुई हैं। स्कूल के पास स्मार्ट क्लास रूम बनाने के लिए खर्च नहीं था तो ये अपनी सेलरी से मोबाइल प्रोजेक्टर ले आए, जिस पर बच्चों को स्मार्ट क्लास रूम की तरह पढ़ाते हैं।
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साभार: भास्कर समाचार 
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