Thursday, April 20, 2017

चीन ने अपने नक्शे में अरुणाचल प्रदेश की 6 जगहों के नाम बदले; 3,488 किमी नियंत्रण रेखा पर रहा है विवाद

भारत द्वारा बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा को अरुणाचल प्रदेश की यात्रा की मंजूरी से बौखलाए चीन ने अपने नक्शे में अरुणाचल की 6 जगहों के नाम बदल दिए हैं। भारत को उकसाने वाले इस कदम को चीन ने 'जायज' ठहराया
है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। चीन की सरकारी मीडिया ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य अरुणाचल प्रदेश पर चीन के दावे की पुष्टि करना है। चीन अरुणाचल प्रदेश को 'दक्षिणी तिब्बत' बताता है। चीन के सरकारी समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक नाम बदलने की घोषणा चीन के नागरिक मामलों के मंत्रालय ने की है। चीन ने 6 जगहों का आधिकारिक नाम वो ग्यैनलिंग, मिला री, क्वाइदेनगार्बो री, मेनक्यूका, बूमो ला और नामाकापुब री रखा है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने कहा कि अरुणाचल में छह स्थानों के नाम बदलने की यह 'जायज' कार्रवाई है। दलाई लामा की गतिविधियां भारत सरकार की चीन को लेकर दर्शाई गई प्रतिबद्धता के खिलाफ है। 

भारत और चीन की सीमा पर 3,488 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा विवाद का विषय है। चीन जहां अरुणाचल प्रदेश को दक्षिण तिब्बत बताता है, वहीं, भारत का कहना है कि विवादित क्षेत्र अक्साई चिन इलाके तक है, जिस पर 1962 के युद्ध के दौरान चीन ने कब्जा कर लिया था। दोनों पक्षों के बीच सीमा विवाद को सुलझाने के लिए विशेष प्रतिनिधियों की 19 बार बातचीत हो चुकी है। 
चीन को कड़ा जवाब दें पीएम: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मामले पर बीजिंग में कड़ा विरोध दर्ज कराना चाहिए। भारत की संप्रभुता के साथ कोई समझौता नहीं हो सकता। चीन का यह कदम भारत की संप्रभुता को अस्थिर करने की कोशिश है।' - रणदीप सुरजेवाला, कांग्रेस प्रवक्ता 
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साभार: भास्कर समाचार 
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