Saturday, May 18, 2019

HBSE: चार साल में 8.51% बढ़ा दसवीं का रिजल्ट, अभी और दरकार

साभार: जागरण समाचार  
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने शुक्रवार को दसवीं (शैक्षिक) का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया गया। यह 57.39 फीसद रहा है। झज्जर के हिमांशु, पानीपत की संजू, कैथल की ईशा और नरवाना की शालिनी ने संयुक्त
रूप से हरियाणा टॉप किया है। इस परीक्षा में 62.17 प्रतिशत लड़कियों की तुलना में 53.43 प्रतिशत लड़के सफलता प्राप्त कर सके हैं। इस तरह लड़कों की तुलना में 8.74 फीसद ज्यादा लड़कियां सफल रहीं। यह जानकारी शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष डा. जगबीर सिंह और बोर्ड सचिव राजीव प्रसाद ने बोर्ड मुख्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता में दी। उन्होंने बताया कि स्वयंपाठी (प्राइवेट) परीक्षार्थियों का परिणाम 69.80 फीसद रहा है। परीक्षार्थी अपने परिणाम बोर्ड की वेबसाइट और मोबाइल एप पर भी देख सकते हैं।
बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि इस परीक्षा में हिमांशु न्यूटन हाई स्कूल झज्जर, कुमारी संजू आशादीप आदर्श हाई स्कूल करहंस (पानीपत), ईशा देवी शिव शिक्षा निकेतन वमावि सांघन (कैथल) और शालिनी महर्षि दयानंद पब्लिक स्कूल नरवाना (जींद) ने 497 अंक हासिल कर संयुक्त रूप से प्रथम स्थान पाया है। निधि कैप्टन आरसी वमावि शिव नगर हिसार, रितिका रावमावि गाजूवाला (फतेहाबाद), तन्नू आशादीप आदर्श हाई स्कूल करहंस (पानीपत) और दिव्या सरस्वती हाई स्कूल ऐलनाबाद (सिरसा) 496 अंकों के साथ संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहे। वहीं एकता सूरजभान मेमोरियल हाई स्कूल काकरोड़ (जींद), मुस्कान एसएस जैन कवमावि सिरसा, साहिल भारद्वाज नेशनल वमावि किशनपुरा (पानीपत), छाया ज्ञान सरोवर विद्या मंदिर हाई स्कूल जींद, अंशू एवरेस्ट हाई स्कूल बराड़ बुआना (जींद), पूजा देवी आर्य वमावि हैबतपुर (हिसार), शुभांशु कुमार ओझा सरस्वती वमावि असावरपुर (सोनीपत) और निधि आर्यन सेंट सोफिया हाई स्कूल भट्टू कलां (फतेहाबाद) ने 495 अंक हासिल कर संयुक्त रूप से तीसरा स्थान पाया है। 
12वीं में जहां सरकारी स्कूलों का परिणाम निजी स्कूलों से बेहतर रहा था वहीं दसवीं में बाजी निजी स्कूल मार ले गए। दसवीं में राजकीय विद्यालयों का पास प्रतिशत 52.71 रहा जबकि निजी स्कूलों का 62.33 फीसद। बारहवीं में राजकीय स्कूलों का परीक्षा परिणाम 76.39 फीसद जबकि प्राइवेट स्कूलों का 72.61 फीसद रहा था।
दसवीं में भी ग्रामीण अंचल के विद्यार्थी छाए: बारहवीं की तर्ज पर दसवीं में भी शहरी क्षेत्र के विद्यार्थियों को पछाड़ते हुए ग्रामीण आंचल के विद्यार्थी छाए रहे। ग्रामीण क्षेत्र का पास प्रतिशत जहां 58.59 रहा वहीं शहरी का 54.19 प्रतिशत। 12वीं में शहरी क्षेत्र के विद्यार्थियों का पास प्रतिशत जहां 71.83 रहा था वहीं ग्रामीण क्षेत्र का 75.74 फीसद।
फेल होने वाले छात्रों को बोर्ड देगा 12 चांस: बोर्ड प्रशासन फेल हुए छात्रों को कुल 12 चांस देगा। बोर्ड चेयरमैन डा. जगबीर सिंह ने बताया कि फेल होने वाले छात्रों को तीन चांस रेगुलर विद्यार्थी के रूप में और नौ चांस हरियाणा ओपन स्कूल के माध्यम से मिलेंगे। ऐसे में इन छात्रों के लिए पास होना कोई बड़ी मुश्किल नहीं होगा। अब तक बोर्ड फेल होने वाले छात्रों को रेगुलर विद्यार्थी के रूप में महज दो अवसर देता था।