साभार: जागरण समाचार
लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन न कर पाने की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद छोड़ने वाले इनेलो प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा और व्यापार सेल के प्रदेश अध्यक्ष कुलभूषण गोयल के इस्तीफों को इनेलो सुप्रीमो
ओमप्रकाश चौटाला ने नामंजूर कर दिया है। चुनाव के बाद पार्टी संगठन में दूसरे पदाधिकारियों द्वारा दिए गए इस्तीफे भी स्वीकार नहीं होंगे। वहीं, खराब स्वास्थ्य के आधार पर सोमवार को दो सप्ताह की पैरोल पर छूट रहे पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला कार्यकर्ताओं का जोश बढ़ाने के लिए पूरा हरियाणा नापने की तैयारी में हैं।
तिहाड़ जेल में बंद पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने पार्टी सचिवालय को इस्तीफे स्वीकार न करने का निर्देश जारी करते हुए कहा कि तमाम मौजूदा पदाधिकारी अपने पदों पर काम करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि सभी कार्यकर्ता और पदाधिकारी एकजुट होकर विधानसभा चुनावों की तैयारी में जुट जाएं ताकि फिर से इनेलो को सत्ता में लाया जा सके। इनेलो प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने एक दिन पहले ही पार्टी सुप्रीमो को इस्तीफे का पत्र सौंपा था। हालांकि तभी से कयास शुरू हो गए थे कि उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं होगा और वह पहले की तरह पद पर काम करते रहेंगे। इनेलो जब भी हारा है, अरोड़ा ने कार्यकर्ताओं का मनोबल बनाए रखने तथा विरोधी राजनीतिक दलों पर दबाव की राजनीति के तहत इस्तीफे को हथियार बनाया। इससे पहले भी उन्होंने वर्ष 2005, 2009 और 2014 के विधानसभा चुनावों के बाद इस्तीफा दिया था, लेकिन पार्टी सुप्रीमो ने स्वीकार नहीं किया।