साभार: जागरण समाचार
हरियाणा में मिशन-10 फतेह करते ही सरकार विधानसभा चुनाव की राह चल पड़ी है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मंगलवार को अमृत योजना में कवर होने वाले 18 शहरों के जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को आमने-
सामने बैठाकर विकास परियोजनाओं पर खुली चर्चा की। फरीदाबाद, करनाल और गुरुग्राम को स्मार्ट सिटी बनाने की परियोजनाओं पर जनप्रतिनिधियों से उनकी राय ली गई।
प्रदेश में अक्टूबर में विधानसभा चुनाव हैं। इसलिए सरकार का फोकस जनप्रतिनिधियों की राय से विकास कार्यो को अमलीजामा पहनाने पर है। हरियाणा निवास में हुई बैठक में जानकारी दी गई कि 18 शहरों के लिए 2500 करोड़ रुपये की परियोजनाएं मंजूर हो चुकी हैं। इनमें 2400 करोड़ की परियोजनाओं की डीपीआर (डिटेल परियोजना रिपोर्ट) पास हो गई है। करीब 2300 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की प्रक्रिया और टेंडर चल रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से दो टूक कहा कि पैसे की कमी के चलते सीएम घोषणाओं पर काम नहीं रुकना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को होम वर्क पूरा करने के निर्देश देते हुए कहा कि तीन जून को सीएम घोषाणाओं की समीक्षा के लिए मैराथन बैठक होगी, जो पूरे दिन चलेगी।
अमृत योजना के तहत 18 शहरों फरीदाबाद, करनाल, गुरुग्राम, सोनीपत, हिसार, रोहतक, अंबाला छावनी व शहर, यमुनानगर-जगाधरी, थानेसर, पानीपत, बहादुरगढ़, भिवानी, कैथल, जींद, पंचकूला, रेवाड़ी, पलवल और सिरसा में सीएम ने अभी तक 573 घोषणाएं की हैं, जिनमें से 148 अभी लंबित हैं। 18 घोषणाएं अव्यावहारिक पाई गई, जबकि 226 पर तेजी से काम चल रहा है। बैठक में शहरी निकाय मंत्री कविता जैन, उद्योग मंत्री विपुल गोयल, सहकारिता राज्य मंत्री मनीष ग्रोवर, विधायक नगेंद्र भड़ाना, सीमा त्रिखा, मूलचंद शर्मा, संबंधित मेयर तथा निकाय विभाग के प्रधान सचिव आनंद मोहन शरण ने विकास परियोजनाओं पर चर्चा की।