Monday, May 27, 2019

करनाल से नायब तहसीलदार भर्ती का पेपर लीक, सरगना सहित नौ आरोपित गिरफ्तार

साभार: जागरण समाचार  
हरियाणा में रविवार को हुआ नायब तहसीलदार की भर्ती परीक्षा का पेपर करनाल के एसएस इंटरनेशनल स्कूल से लीक हो गया। इस मामले में रेवाड़ी पुलिस और एसटीएफ गुरुग्राम ने तत्परता दिखाते हुए सरगना सहित नौ
आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पांच आरोपित रेवाड़ी में पकड़े गए है, वहीं तीन आरोपित गुरुग्राम से और एक आरोपित करनाल से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस पकड़े गए आरोपितों से देर रात तक पूछताछ में जुटी हुई थी। सभी को सोमवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
हरियाणा लोक सेवा आयोग की ओर से रविवार को प्रदेशभर में नायब तहसीलदार के पद के लिए लिखित परीक्षा आयोजित की गई। रेवाड़ी में भी 33 सेंटरों पर 4600 से अधिक युवाओं ने परीक्षा दी। परीक्षा सुबह 10 बजे शुरू हुई। इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली कि एक गिरोह पेपर लीक करके आंसर-की परीक्षार्थियों तक पहुंचाने का प्रयास कर रहा है। एसपी राहुल शर्मा ने तुरंत ही इंस्पेक्टर आनंद व साइबर सेल इंचार्ज बलवंत सिंह की देखरेख में टीम का गठन किया। टीम को जानकारी मिली कि हिसार के गांव बांस निवासी दिनेश जैन कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में और उसका भाई मनोज माउंट लिट्रा जी स्कूल में परीक्षा दे रहा है, उनके पास सॉल्व करके आंसर-की पहुंचाई जानी है। इनकी मदद के लिए गिरोह के सदस्य परीक्षा केंद्रों के बाहर मौजूद है। वहीं गुरुग्राम में बैठा पंकज पूरे गिरोह को संचालित कर रहा है। इसकी जानकारी गुरुग्राम एसटीएफ के इंस्पेक्टर सोनू मलिक व संजीव को दी गई। रेवाड़ी पुलिस ने सबसे पहले जैन कन्या स्कूल के बाहर से अखिल को पकड़ा। अखिल ने बताया कि गुरुग्राम से पंकज ने उसके पास आंसर-की भेजी है। इसके बाद पुलिस ने जैन स्कूल में परीक्षा दे रहे दिनेश को गिरफ्तार कर लिया।
आज किया जाएगा अदालत में पेश: एसपी राहुल शर्मा ने बताया कि नायब तहसीलदार का पेपर करनाल के एसएस इंटरनेशनल स्कूल से लीक हुआ था। पंकज ने सॉल्व किया और अखिल के पास परीक्षार्थियों तक पहुंचाने के लिए आंसर-की भेजी। करनाल में पेपर लीक करने के मामले में एसएस इंटरनेशनल स्कूल के कर्मचारी राजकुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एसपी राहुल शर्मा ने बताया कि पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस टीम शीघ्र ही पूरे गिरोह का खुलासा करेगी।
स्कूल के कर्मचारी भी शामिल: पकड़े गए अखिल ने पुलिस को बताया कि माउंट लिट्रा स्कूल में परीक्षा दे रहे मनोज के पास आंसर की पहुंचाने की जिम्मेदारी स्कूल के ही क्लर्क जसबीर व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कुलदीप को सौंपी गई है। मनोज का साला दीपक परीक्षा केंद्र के बाहर मौजूद है। इस पर पुलिस की एक टीम को माउंट लिट्रा स्कूल भेजा गया और वहां से मनोज के साले दीपक और स्कूल कर्मचारी जसबीर व कुलदीप को पकड़ लिया गया। वहीं पुलिस को देखकर मनोज फरार हो गया। आरोपितों ने स्वीकार कर लिया कि उनका पूरा गैंग पेपर लीक करने से जुड़ा है जिसमें कई लोग शामिल है। उधर एसटीएफ गुरुग्राम ने भी रेवाड़ी पुलिस की जानकारी के आधार पर सरगना पंकज सहित तीन आरोपितों को पकड़ा है।