साभार: जागरण समाचार
नायब तहसीलदार का पेपर लीक करने के प्रकरण में पुलिस ने हिसार के भैणी अमरपुर निवासी अखिल, हांसी निवासी पंकज, बास खुर्द निवासी दिनेश कुमार व करनाल के एसएस इंटरनेशनल स्कूल के कर्मचारी राजकुमार
उर्फ राजू को पांच दिन तथा हिसार के बहूरे गांव निवासी दीपक, भैणी अमरपुर निवासी कृष्ण, ददई निवासी रविश, रेवाड़ी के गांव बालियर निवासी कुलदीप व गुमीना निवासी जयवीर को दो दिन के रिमांड पर लिया है। जांच के लिए पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा ने डीएसपी हेडक्वार्टर हंसराज के नेतृत्व में स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम भी गठित की है। गिरोह से जुड़े अन्य लोगों के नाम भी पूछताछ में सामने आने की उम्मीद है।
रविवार को प्रदेशभर में नायब तहसीलदार के पद के लिए लिखित परीक्षा थी। परीक्षा सुबह 10 बजे शुरू हुई। पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा को एक गिरोह द्वारा पेपर लीक कर रेवाड़ी में आंसर- की भेजने संबंधी जानकारी मिली थी। आंसर की हिसार के गांव बांस निवासी दिनेश व उसका भाई मनोज जो अलग-अलग परीक्षा केंद्र में परीक्षा दे रहे थे उनके पास सॉल्व करके पहुंचाई जानी थी। दिनेश जैन कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में परीक्षा दे रहा था तथा उसका भाई मनोज माउंट लिट्रा जी स्कूल में परीक्षा दे रहा था। पुलिस ने परीक्षा दे रहे दोनों भाईयों के पास आंसर-की पहुंचाने के लिए सेंटर के बाहर मौजूद अखिल को गिरफ्तार कर लिया था। आंसर की अखिल तक पहुंच गई थी, वह इसे परीक्षा केंद्र के अंदर नहीं पहुंचा पाया था। अखिल से पूछताछ के बाद सभी आरोपितों के बारे में पुलिस को पता लग गया तथा पुलिस ने एसटीएफ गुरुग्राम व करनाल की मदद से आरोपित पंकज को गुरुग्राम, राजकुमार को करनाल व अन्य आरोपित माउंट जी लिट्रा स्कूल में कार्यरत क्लर्क जसबीर, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कुलदीप, दीपक को रेवाड़ी से गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले में 9 आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
राजकुमार के पास मोबाइल फोन कैसे था: अब सवाल यह उठ रहा है कि परीक्षा के दौरान स्कूल के चपरासी राजकुमार के पास मोबाइल फोन कैसे था? परीक्षा केंद्र में महज राजकुमार को छोड़कर जिनकी भी ड्यूटी लगी थी सभी के मोबाइल फोन जमा करा लिए गए थे।
उधर, एसएस इंटरनेशनल स्कूल के संचालक संदीप कक्कड़ ने कहा कि परीक्षा में उनकी भूमिका नहीं होती। चूंकि उनके स्कूल का नाम आ रहा है, इसलिए वह अपने स्तर पर भी जांच करवा रहे हैं।