साभार: जागरण समाचार
मोदी मंत्रिमंडल में हरियाणा से तीन भाजपा सांसद मंत्री बनाए गए हैं। पिछली बार मोदी मंत्रिमंडल में शामिल रहे गुरुग्राम के सांसद राव इंद्रजीत सिंह और फरीदाबाद के सांसद कृष्णपाल गुर्जर को एक बार फिर मंत्रिमंडल में
शामिल किया गया है। इसके अलावा अंबाला सुरक्षित सीट से तीसरी बार सांसद बने रतन लाल कटारिया को भी मंत्रिमंडल में स्थान दिया गया है। कटारिया केंद्र में पहली बार मंत्री बने हैं। तीनों सांसदों को बृहस्पतिवार दोपहर 12 बजे के करीब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की सूचना दी। राव इंद्रजीत सिंह स्वतंत्र प्रभार के राज्य मंत्री बने हैं जबकि कृष्णपाल गुर्जर और रतनलाल कटारिया ने राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली है।
पहले यह माना जा रहा था कि हरियाणा से कृष्णपाल गुर्जर, राव इंद्रजीत सिंह के अलावा पिछली बार कैबिनेट मंत्री रहे बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह को भी मंत्री बनाया जाएगा। बृजेंद्र हिसार से सांसद बने हैं। लेकिन तीसरे मंत्री के रूप में पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रतन लाल कटारिया नाम आगे कर पार्टी कॉडर को महत्व दिए जाने का स्पष्ट संदेश दे दिया। 2014 में मोदी ने हरियाणा से राव इंद्रजीत सिंह और कृष्णपाल गुर्जर को ही शामिल किया था। बाद में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए बीरेंद्र सिंह को भी मंत्रिमंडल में स्थान दिया गया। सूत्रों के अनुसार रतनलाल कटारिया का नाम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तरफ से दिया गया।
ये मोदी की जीत है - इंद्रजीत: लोकसभा चुनाव में यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऐतिाहासिक जीत है। पिछले कार्यकाल में भी मुङो जो जिम्मेदारी दी उसे पूरी लगन के साथ निभाया था। इस बार भी जो जिम्मेदारी पार्टी नेतृत्व देगा, उसे निष्ठा से निभाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश नए आयाम स्थापित करेगा और उनकी टीम उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर जनहित की भावनाओं पर खरा उतरने का प्रयास करेगी। - राव इंद्रजीत सिंह
मोदी मंत्रिमंडल में काम करना गौरव की बात - गुर्जर: केंद्रीय मंत्रिमंडल में मुङो शामिल कर एक बार फिर प्रधानमंत्री ने, भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने मुझ पर भरोसा जताया है। मैं इसपर खरा उतरने का प्रयास करूंगा। देश में नरेंद्र मोदी आज सर्वाधिक लोकप्रिय नेता हैं। मैंने 28 साल से लगातार भाजपा के सिपाही के तौर पर पूरी निष्ठा से काम किया है। इससे पहले भी पार्टी ने जब भी मेरी जो जिम्मेदारी तय की है,मैंने उसे पूरी निष्ठा के साथ निभाया है। - कृष्णपाल गुर्जर
पार्टी के भरोसे पर खरा उतरूंगा - कटारिया: मुङो पार्टी नेतृत्व और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल कर जो जिम्मेदारी दी है,उसे पूरी निष्ठा के साथ निभाऊंगा। मैंने हमेशा अनुसूचित जाति से लेकर सभी 36 बिरादरी के लोगों की सेवा की है। मंत्रिमंडल में शामिल करने के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार व्यक्त करता हूं। केंद्रीय मंत्री के रूप में मैं अपना सर्वश्रेष्ठ करने का प्रयास करूंगा। - रतन लाल कटारिया, केंद्रीय राज्यमंत्री
इंद्रजीत हरियाणा के कद्दावर नेता: मोदी सरकार में दूसरी बार शामिल हुए राव इंद्रजीत सिंह दक्षिण हरियाणा की राजनीति में कद्दावर नेता माने जाते हैं। अहीरवाल की सियासत करने वाले राव इंद्रजीत लगातार चौथी बार संसद में पहुंचे हैं, जबकि अभी तक पांच बार सांसद बन चुके। राव इंद्रजीत को मंत्री बनाकर दक्षिण हरियाणा को प्रतिनिधित्व दिया गया है। दिलचस्प बात यह है कि राव इंद्रजीत लगातार तीन साल से केंद्र में मंत्री बनते आ रहे हैं। वह पिछली मोदी सरकार में भी मंत्री थे और उससे पहले कांग्रेस की मनमोहन सरकार में भी।
कृष्णपाल गुर्जर के विरोधी हुए पस्त: भाजपा में ही अपने विरोधियों के तमाम अडं़गों के बावजूद केंद्रीय मंत्रिमंडल में स्थान बनाने में कामयाब रहे फरीदाबाद के सांसद कृष्ण पाल गुर्जर पहले भी मंत्री रह चुके हैं। मोदी व शाह के दरबार में इनकी पकड़ मजबूत है। हरियाणा के कई सांसद उनका रास्ता रोकने में लगे हुए थे, लेकिन जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों तथा निजी संबंधों के बल पर वह फिर से केंद्र में मंत्री बनने में कामयाब हो गए।
हुड्डा परिवार को पटखनी देने वाले ब्राह्मणों की झोली रही खाली: लोकसभा चुनाव के दौरान सर्वाधिक सुर्खियों में रही सोनीपत व रोहतक में हुड्डा परिवार को पटखनी देकर लोकसभा पहुंचे दोनों ब्राह्मण नेता भी केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह नहीं बना पाए। सोनीपत में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का मुकाबला भाजपा के पूर्व सांसद रमेश कौशिक तथा रोहतक में उनके बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा का मुकाबला भाजपा के डॉ. अरविंद शर्मा के साथ था। विपरीत परिस्थितियों में भी रमेश कौशिक ने हुड्डा को हराकर सोनीपत सीट जीती। दूसरी तरफ कांग्रेस से बसपा और फिर भाजपा में शामिल अरविंद शर्मा को उनकी मर्जी के खिलाफ रोहतक से टिकट दिया था।