साभार: जागरण समाचार
फरीदाबाद के राजकीय कॉलेज की छात्रा पर पास कराने का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव डालने के मामले में नया मोड़ आया है। आरोपित लैब अटेंडेंट ने अन्य छात्राओं से शारीरिक संबंध बनाने की बात
पुलिस के सामने कबूल कर ली है। उसके कबूलनामे के आधार पर पुलिस ने मुकदमे में दुष्कर्म की धाराएं भी जोड़ दी हैं। अब तक इस मामले में छेड़छाड़ और जान से मारने की धमकी देने की धाराएं लगी थीं।
आरोपित लैब अटेंडेंट को क्राइम ब्रांच सेक्टर-30 पुलिस ने शनिवार को बल्लभगढ़ से गिरफ्तार किया था। रविवार को उसे अदालत से दो दिन की रिमांड पर लिया गया। सूत्रों के अनुसार रिमांड के दौरान उसने पुलिस को बताया कि कुछ छात्रओं को उसने पास कराने या किसी अन्य झांसे में लेकर उनसे शारीरिक संबंध बनाए थे। उसने अन्य आरोपितों द्वारा भी ऐसा किए जाने की बात पुलिस को बताई है। हालांकि जानकारों का कहना है कि जब तक पीड़ित छात्र सामने आकर पुलिस को बयान नहीं देती तब तक दुष्कर्म की धाराएं लगाने का कोई औचित्य नहीं है। इस मामले में गिरफ्तार चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी विक्रम को दो दिन का रिमांड पूरा होने पर रविवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया है। तीसरा आरोपित एसोसिएट प्रोफेसर सीएम वशिष्ठ अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। बता दें कि राजकीय कॉलेज की छात्र ने एसोसिएट प्रोफेसर, लैब अटेंडेंट व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पर पास कराने का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव डालने का आरोप लगाया था। छात्र ने एक कॉल रिकॉर्डिंग और वीडियो भी पुलिस को सौंपी थी जिसमें लैब अटेंडेंट उससे होटल में चलने की बात कहते सुना जा सकता है। इस पर महिला थाना पुलिस ने तीनों आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।