साभार: जागरण समाचार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम लिए बिना कहा कि दम है तो नामदार बोफोर्स के मुद्दे पर मैदान में आ जाएं। मैं नामदार के परिवार और उनके रागदरबारियों, चेले-चपाटियों
को चुनौती देता हूं कि हिम्मत है तो बोफोर्स के मुद्दे पर बहस कर ले। उन्होंने कहा कि नामदार जितना रोएंगे, उतनी ही पुरानी सच्चाई आज की पीढ़ी को पता चलेगी। बीसवीं सदी में देश को कैसे एक परिवार ने लूटा और बर्बाद किया ये भी तो 21वीं सदी के नौजवानों का पता चलना चाहिए। प्रधानमंत्री सोमवार को चाईबासा में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कांग्रेस राज के घपले-घोटालों की चर्चा की और अपने शासनकाल की उपलब्धियां गिनाई। उन्होंने कहा कि देश स्थायी और मजबूत सरकार चाहता है। देश मजबूर और रिमोट से चलनेवाला प्रधानमंत्री नहीं चाहता।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पांचवें चरण में ही महागठबंधन के महामिलावटी हाथ-पैर लड़खड़ा रहे हैं। भाजपा की सरकार ने हमेशा से आदिवासी समुदाय के हित में काम किया है। जिन साथियों को अपना पक्का घर मिला है, वे हमें आशीर्वाद दे रहे हैं । जिन परिवारों को बिजली मिली है, वे हमें आशीर्वाद दे रहे हैं। इसलिए, पूरा देश आज कह रहा है, फिर एक बार..मोदी सरकार। उन्होंने कहा कि वह यह दावा नहीं करते कि कांग्रेस के 70 साल के सारे अन्यायों को खत्म कर दिया है। लेकिन उस अन्याय को बहुत कम करने में जरूर सफल हुए हैं।
महामिलावटी दलों में एक-दूसरे का हर तरह का गुनाह माफ: मोदी ने कहा कि इन महामिलावटी दलों में एक-दूसरे का हर तरह का गुनाह माफ होता है। यहां की कोयला खदानों की कैसे बंदरबांट चलती थी, ये आप सभी ने अनुभव किया है। भारत के इतिहास का सबसे बड़ा कोयला घोटाला कांग्रेस ने देश को दिया है। एक ऐसा मुख्यमंत्री कांग्रेस और उसके महामिलावटियों ने दिया, जिसका एकमात्र लक्ष्य घोटाले करना था।
ये चौकीदार पाकिस्तान को दुनिया में बेनकाब कर रहा है: प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जब ये चौकीदार पाकिस्तान के आतंकियों पर प्रहार कर रहा है, पाकिस्तान को दुनिया में बेनकाब कर रहा है, तब इनको बिच्छू काट जाता है। कहते हैं मोदी आतंकियों की सफाई, मसूद अजहर पर कार्रवाई और सपूतों की रिहाई- इन सब का क्रेडिट क्यों ले रहा है।