Monday, May 20, 2019

मुझे हटाकर मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं नवजोत सिंह सिद्धू - कैप्टन अमरिंदर सिंह

साभार: जागरण समाचार  
पंजाब में मतदान के दिन ही कांग्रेस में भूचाल आ गया। चुनाव प्रचार के अंतिम दिन कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के बयान को लेकर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उन पर निशाना साधते हुए कहा, ‘मतदान से ठीक
पहले मेरे और पार्टी लीडरशिप के खिलाफ की गई सिद्धू की गलत टिप्पणी से कांग्रेस को नुकसान हुआ है। सिद्धू महत्वाकांक्षी हैं।
वह मुङो हटाकर मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं।’ इसके साथ ही कैप्टन ने सिद्धू के खिलाफ बड़ी कार्रवाई के संकेत दिए। उन्होंने कहा कि सिद्धू पर कार्रवाई करने का फैसला पार्टी हाईकमान के हाथ है। कांग्रेस अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करेगी। कैबिनेट में नंबर दो स्थान पर आने वाले स्वास्थ्य मंत्री ब्रrा मोहंिदूरा, कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा और तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने भी बयान पर सख्त नाराजगी जताई है। पंजाब कैबिनेट में जिस प्रकार सिद्धू के खिलाफ तापमान बढ़ गया है, उससे इस बात के स्पष्ट संकेत मिलने शुरू हो गए हैं कि सिद्धू की राह आने वाले समय में आसान नहीं रहेगी। सिद्धू के बयान के बाद दो दिनों तक चुप्पी साधने के बाद मतदान के दिन कैप्टन का धैर्य टूट गया। उन्होंने कहा, ‘सिद्धू सच्चे कांग्रेसी होते तो अपनी शिकायत रखने के लिए सही समय का चयन करते न कि मतदान से ठीक पहले इस तरह का बयान देते। पार्टी में अलग-अलग विचार होते हैं, लेकिन सिद्धू जो तरीका अपनाया वह गलत हैं। वह मुख्यमंत्री बनने के लिए इतने उतावले हैं कि उनको समय और मौके का भी ध्यान नहीं रहता।’ कैप्टन ने कहा कि सिद्धू अपनी गैर जिम्मेदाराना बयानबाजी से पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं। कैप्टन के समर्थन में आए ब्रrा मोहंिदूरा ने कहा कि सिद्धू सिर्फ दो साल पहले कांग्रेस में आए हैं। अपना एजेंडा अन्य लोगों पर भी लागू कर रहे हैं। इसका हाईकमान को गंभीर नोटिस लेना चाहिए, जो पार्टी व सरकार की छवि को नुकसान पहुंचा रहे हैं। मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि पार्टी को केवल सिद्धू ही नहीं बल्कि राज्यसभा सदस्य शमशेर सिंह दूलों और प्रताप सिंह बाजवा के खिलाफ भी कार्रवाई करनी चाहिए।  
यह कहा था सिद्धू ने: सिद्धू ने लोकसभा चुनाव के प्रचार के आखिरी दिन 17 मई को बठिंडा रैली में बिना नाम लिए कहा था कि मिल-बांट कर खाने वालों को ठोक दो। फ्रेंडली मैच खेलने वालों को ठोक दो। उनका इशारा साफ तौर पर कैप्टन अमरिंदर सिंह और बादलों की ओर था। उन्होंने कहा था कि बेअदबी कांड पर रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट पर कार्रवाई करने की बजाय एसआइटी बनाने की क्या जरूरत थी। वहीं, सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने भी चंडीगढ़ से अपनी टिकट कटने के लिए कैप्टन को जिम्मेदार ठहराया था। सिद्धू ने इसका समर्थन करते हुए कहा था कि उनकी पत्नी कभी झूठ नहीं बोलती।