साभार: जागरण समाचार
रोहतक के सुपवा (पंडित लख्मी चंद दृश्य एवं कला विश्वविद्यालय) में राजस्थान टूर पर गई छात्राओं के सोमवार को पुलिस ने बंद कमरे में करीब तीन घंटे तक बयान लिए। इस दौरान छात्रओं ने दुष्कर्म को लेकर तो
बयान नहीं दिया, लेकिन एक छात्रा ने आरोप लगाया है कि टूर पर जाने से पहले ही लैब टेक्नीशियन ने उसे धमकी दी थी कि मेरे साथ रहना होगा और मेरे साथ ही सोना होगा। टूर के दौरान वह रात के समय नशे में धुत होकर उसके कमरे में भी घुस गया था। इस छात्र के मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराए गए। उधर, दुष्कर्म की बात सामने नहीं आने पर केस को छेड़छाड़ की धाराओं में कर दिया गया है।
दरअसल, पिछले माह यूनिवर्सिटी के एक डिपार्टमेंट के छात्र-छात्रओं का टूर राजस्थान में गया था। एक सप्ताह के इस टूर में छात्र-छात्रओं को जयपुर, जोधपुर और माउंटआबू समेत शहरों में घुमाया गया। टूर आने के करीब पांच-छह दिन बाद छात्रओं ने यूनिवर्सिटी प्रशासन को शिकायत दी। शिकायत में करीब 19-20 छात्रओं के हस्ताक्षर थे, जबकि पांच-छह छात्रओं के साथ गलत काम का भी आरोप लगाया था। यूनिवर्सिटी ने तत्काल प्रभाव से मुख्य आरोपित लैब टेक्नीशियन, शिक्षक और एक शिक्षिका को सस्पेंड कर दिया था। शिकायत के बाद महिला थाना पुलिस ने दुष्कर्म और छेड़छाड़ समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया था।
करीब 11 बजे यूनिवर्सिटी में पहुंची पुलिस: छात्रओं के बयान लेने के लिए सोमवार को महिला थाना प्रभारी कमलेश और एएसआइ विमला समेत कई अन्य पुलिसकर्मी वहां पर पहुंचे। पुलिस ने यूनिवर्सिटी के अधिकारियों से बातचीत की और इसके बाद छात्रओं के करीब तीन घंटे तक अलग-अलग बयान लिए गए। इस दौरान किसी भी बाहरी व्यक्ति को अंदर नहीं जाने दिया गया। पुलिस ने टूर पर जाने वाली छात्रओं के अलावा अन्य छात्रओं से भी जानकारी ली।
एक छात्रा ने लगाए संगीन आरोप: महिला थाना पुलिस के समक्ष एक छात्र ने लैब टेक्नीशियन पर बेहद संगीन आरोप लगाया। छात्र ने बताया कि लैब टेक्नीशियन ने टूर पर जाने से कई दिन पहले ही उसे धमकी दी थी कि पूरे टूर पर उसके साथ रहना होगा। खाना-पीना और यहां तक कि उसके साथ ही कमरे में सोना होगा। हालांकि लोकलाज के कारण छात्र ने इस बारे में शिकायत नहीं दी। टूर पर एक रात लैब टेक्नीशियन शराब पीकर उसके कमरे में घुस गया था और हाथ भी पकड़ लिया था। इसके अलावा भी कई बार उसे गलत तरीके से छुआ। छात्र के इस बयान के बाद उसे मजिस्ट्रेट के सामने भी पेश किया गया, जहां पर छात्र के बयान दर्ज कराए गए।
- शिकायत के आधार पर दुष्कर्म की धाराओं में मामला दर्ज किया गया था, लेकिन जांच में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई। इसके बाद दुष्कर्म की धारा हटा दी गई है। - इंस्पेक्टर कमलेश, महिला थाना प्रभारी