Thursday, May 16, 2019

चुनाव आयोग की ऐतिहासिक कार्रवाई:बंगाल के दो शीर्ष अफसर हटाए गए, कम किए प्रचार के 19 घंटे

साभार: जागरण समाचार  
पश्चिम बंगाल में लगातार हो रही चुनावी हिंसा के बीच भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने राज्य सरकार पर तीखा आरोप लगाया है। मंगलवार के रोडशो में हुई ¨हसा के लिए तृणमूल कांग्रेस को सीधे-सीधे जिम्मेदार ठहराते हुए
शाह ने कहा, ‘यदि सीआरपीएफ नहीं होती तो मेरा बचकर निकलना मुश्किल था।’
पूरी तैयारी से किया हमला: अमित शाह ने मंगलवार को कोलकाता में रोडशो के दौरान हुए हमलों की तस्वीरें भी जारी कीं। इनमें से एक तस्वीर में सीआरपीएफ का जवान प्लास्टिक शील्ड से अमित शाह को पत्थर से बचाता दिख रहा है और ठीक सामने आग के शोले उठते दिख रहे हैं। पूरी वारदात बयान करते हुए शाह ने बताया कि सात किलोमीटर लंबे रोडशो में तीन बार हमले की कोशिश की गई। तीसरी बार तो पूरी तैयारी के साथ हमला किया गया था जिनमें पत्थरबाजी के साथ-साथ बोतलों में मिट्टी का तेल और पेट्रोल भरने के बाद उनमें आग लगाकर भी फेंका गया। उन्होंने बताया कि सुबह से ही विवि परिसर की ओर से रोडशो पर हमले की आशंका जताई जा रही थी, लेकिन इसे रोकने के लिए स्थानीय पुलिस ने कोई कदम नहीं उठाया।
ममता बनर्जी का आरोप नकारा: रोडशो के दौरान ¨हसा और आगजनी के पीछे भाजपा कार्यकर्ताओं का हाथ होने के ममता बनर्जी के आरोपों को शाह ने सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी सिर्फ पश्चिम बंगाल की 42 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं जबकि भाजपा पूरे देश में चुनाव लड़ रही है। ¨हसा सिर्फ पश्चिम बंगाल में पहले चरण के मतदान से ही हो रही है।

लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान पश्चिम बंगाल में मंगलवार को हुई चुनावी ¨हसा पर चुनाव आयोग ने सख्त रुख अख्तियार किया है। नाराज चुनाव आयोग ने दंडात्मक कारवाई करते हुए एडीजी सीआइडी राजीव कुमार को तत्काल प्रभाव से कार्यमुक्त करके केंद्रीय गृह मंत्रलय भेज दिया है, जबकि राज्य के प्रधान गृह सचिव अत्रि भट्टाचार्य को भी हटा दिया है। इसके अलावा राज्य के चुनाव प्रचार में 19 घंटे की कटौती भी की गई है। आयोग ने ऐसा पहली बार किया गया है। नियमानुसार चुनाव प्रचार शुक्रवार शाम पांच बजे से बंद होना था। लेकिन अब यह गुरुवार रात 10 बजे ही खत्म हो जाएगा।
पश्चिम बंगाल के प्रधान गृह सचिव अत्रि भट्टाचार्य पर बंगाल के मुख्य चुनाव अधिकारी को निर्देश देकर चुनाव प्रक्रिया में दखल देने का आरोप लगा है। अब अगले आदेश तक राज्य के मुख्य सचिव गृह विभाग की देखरेख करेंगे। वहीं, एडीजी सीआइडी राजीव कुमार को गुरुवार सुबह 10 बजे ही केंद्रीय गृह मंत्रलय में रिपोर्ट करने के आदेश दिए गए हैं। प्रचार के समय में कटौती पर चुनाव आयोग ने कहा, यह संभवत: पहली बार है जब चुनाव आयोग ने अनुच्छेद 324 को इस तरीके से लागू किया है। लेकिन यह अराजकता और ¨हसा की पुनरावृत्ति के मामलों में अंतिम नहीं हो सकता जो शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संचालन को प्रभावित करता है।
चुनाव आयोग ने राज्य में हुई ¨हसा पर दु:ख जताते हुए कहा कि ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा के साथ की गई बर्बरता पर आयोग को गहरा दु:ख है। उम्मीद है कि राज्य प्रशासन द्वारा ऐसा करने वालों का पता लगाया जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कारवाई की जाएगी। आयोग ने प्रचार के समय में कटौती करते हुए चुनाव प्रचार और चुनाव से जुड़े किसी भी तरह के राजनीतिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर रोक लगा दी है। साथ ही आयोग ने रैलियों, जनसभाओं और रोड शो पर सख्त पाबंदी लगा दी है। आयोग ने सभी दलों को सख्त हिदायत दी है कि वे सोशल मीडिया पर भी किसी तरह के वीडियो डालने से परहेज करें। मालूम हो कि लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में पश्चिम बंगाल की नौ संसदीय सीटों दमदम, बारासात, बशीरहाट, जयनगर, मथुरापुर, जाधवपुर, डायमंड हार्बर, दक्षिण और उत्तरी कोलकाता में 19 मई को मतदान होना है।
एक सेकेंड में भाजपा दफ्तर व घरों पर कर सकती हूं कब्जा: पश्चिम बंगाल में भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच सियासी जंग छिड़ी है। मंगलवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान हुए बवाल को लेकर भाजपा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल पर आरोप लगाया है। वहीं, तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने भी भाजपा पर जमकर प्रहार किया है। ममता ने भाजपा को चेताते हुए कहा, ‘आप लोगों का नसीब अच्छा है कि मैं यहां शांत बैठी हूं। वरना एक सेकेंड में दिल्ली में भाजपा दफ्तर और तुम्हारे घरों पर कब्जा कर सकती हूं।