Wednesday, October 14, 2015

हिसार के तीन शिक्षण संस्थानों में लड़कियों के फ़ोन रखने पर पाबंदी

सारा देश शक्ति की प्रतीक मां दुर्गा की आराधना में जुटा है। सरकार की ओर से भी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की मुहिम चलाई जा रही है। इसके विपरीत शहर में बेटियों की आजादी पर पाबंदी लगा दी गई है। शहर के संस्थानों में सिर्फ बेटियों के मोबाइल रखने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। तर्क यह दिया जा रहा है कि मोबाइल के प्रयोग से लड़कियां बिगड़ रही हैं। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। साई सेंटर में हॉस्टल में रहने वाली सभी लड़कियों से मोबाइल फोन ले लिए गए हैं। ये फोन उन लड़कियों को उनके अभिभावकों की उपस्थिति में ही वापस दिए जा रहे हैं। साथ ही फोन वापस देते समय अभिभावकों से लिखित में लिया जा रहा है कि वे यह फोन दोबारा अपनी लड़की को नहीं देंगे। इसी प्रकार फतेहचंद गर्ल्स कॉलेज के हॉस्टल में छात्राएं अपने पास एंड्रॉयड फोन नहीं रख सकती। छात्राओं को अपने पास साधारण फोन भी उस स्थिति में रखने दिया जाता है, जब वे अपने अभिभावकों की तरफ से दिया गया परमिशन लेटर कॉलेज को देती हैं। इसी प्रकार गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज में भी छात्राओं को फोन रखने से तो मनाही नहीं है, लेकिन कॉलेज टाइम के दौरान फोन पर बात करने से उन्हें जरूर रोका-टोका जाता है।
लड़कियां देर रात तक फोन का इस्तेमाल करती हैं, जिसके कारण वे समय पर सोती नहीं। वैसे उन्हें अगर अपने अभिभावकों से बात करनी हैं, तो हॉस्टल में फोन उपलब्ध है। लड़कियां उस फोन का इस्तेमाल कर सकती हैं।
सतीश कुमार सरहदी, डिप्टी डायरेक्टर, साई सेंटर हिसार। 
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभारअमर उजाला समाचार 
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE. Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.