हरियाणा में 1 अगस्त से स्कूली खेल शुरू हो रहे हैं। डीपीई और पीटीआई के शारीरिक शिक्षा अध्यापक संघ ने चेतावनी दी है कि इस बार वे अंडर-17 अंडर-19 आयु वर्ग की टीम को खिलाने नहीं जाएंगे। दरअसल रेशनेलाइजेशन के तहत मौलिक शिक्षा निदेशालय ने डीपीई (डेमोस्टेटर फिजिकल एजुकेशन) को छठी से
आठवीं तक खेल शिक्षा देने के आदेश जारी किए हैं। अभी तक डीपीई सीनियर सेकंडरी स्कूलों में 9वीं से 12वीं कक्षा तक के अंडर-17 अंडर-19 आयु वर्ग के खिलाड़ियों की टीम को तैयार स्कूली खेलों में ले जाते रहे हैं। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। शिक्षा निदेशालय के इस फैसले से डीपीई खफा हैं। स्कूल खेल अंडर-14, अंडर-17 और अंडर-19 आयु वर्ग की टीम के बीच होते हैं। अंडर-14 टीम में छटी से आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले, अंडर-17 में नौंवी दसवीं कक्षा के बच्चे और अंडर-19 आयु वर्ग में 11वीं 12वीं कक्षा के बच्चे हिस्सा लेते हैं।
अभी तक छठी से 8वीं कक्षा तक पीटीआई (फिजिकल ट्रेनिंग इंस्ट्रक्टर) और नौंवी से 12वीं तक डीपीई खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देकर टीम तैयार करवाते रहे हैं। हाल ही में मौलिक शिक्षा निदेशक द्वारा जारी आदेश के तहत डीपीई और पीटीआई को टीजीटी (ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर) में शामिल किया गया है। इसके तहत ये छठी से 8वीं तक ही शारीरिक शिक्षा देंगे। नौंवी से 12वीं तक की शिक्षा पीजीटी टीचर यानी फिजिकल एजुकेशन लेक्चरर देंगे। जबकि हरियाणा शारीरिक शिक्षा संघ का कहना है पीजीटी महज शिक्षा दे सकते हैं।
खिलाड़ियों का भविष्य दांव पर लगा रहा निदेशालय: प्रदेशमें 1985 सीनियर सेकेंडरी स्कूल हैं। 144 ही फिजिकल एजुकेशन लेक्चरर हैं। ये भी महज कक्षाओं में पढ़ाने के लिए होते हैं। ग्राउंड पर अभ्यास डीपीई ही कराते हैं। स्कूलों में 3500 पीटीआई और 1150 के करीब डीपीई कार्यरत है। डीपीई को छठी से 8वीं तक रख दिया है। ऐसे में डीपीई नौंवी से 12वीं तक के बच्चों को नहीं खिलाएंगे। निदेशालय जल्द फैसला नहीं लेता है तो ब्लॉक स्तरीय खेल के बाद अंडर-17 और अंडर-19 आयु वर्ग खिलाड़ियों की टीम आगे नहीं लेकर जाएंगे। शिक्षा निदेशालय खिलाड़ियों का भविष्य दांव पर लगा रहा है, जबकि स्कूल स्तर से खेलकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी तैयार हुए हैं। -राजेश ढांडा, प्रदेशाध्यक्ष, हरियाणा शारीरिक शिक्षा अध्यापक संघ पीटीआई एंड डीपीई
बेवजहतूल दे रहे हैं शारीरिक शिक्षक: डीपीईऔर पीटीआई छटी से 8वीं तक खेल प्रशिक्षण देने के लिए मौलिक शिक्षा निदेशालय के अधीनस्थ हैं। नौंवी से 12वीं कक्षा सेकंडरी एजुकेशन में आती है। इन कक्षाओं को शारीरिक शिक्षा की एजुकेशन पोस्ट ग्रेजुएट टीचर देंगे। रही ग्राउंड पर अभ्यास करवाने की बात तो डीपीई टीम तैयार करवाएं, अच्छी बात है। बेवजह मुद्दे को तूल दिया जा रहा है। शिक्षकों को कोई दिक्कत है तो वे इस मसले पर निदेशालय में अपनी बात रख सकते हैं। -आरएस खर्ब, निदेशक, मौलिक शिक्षा हरियाणा
1 अगस्त से ब्लॉक स्तरीय खेल: स्कूली खेल कैलेंडर जारी हो चुका है और स्कूलों में विभिन्न खेल के खिलाड़ी प्रतियोगिताओं की तैयारी में लगे हैं। 1 से 6 अगस्त तक ब्लॉक स्तर पर खेल होंगे। इसमें स्कूल स्तर की टीम हिस्सा लेंगी। 17 अगस्त से 5 सितंबर तक जिला स्तरीय स्कूली खेल होंगे। इसमें ब्लॉक स्तर पर विजेता टीम शामिल होंगी। जिला स्तर पर अव्वल रहे खिलाड़ी और टीम 8 सितंबर से 9 नवंबर तक प्रस्तावित राज्य खेलों में भाग लेंगे। स्कूल स्तर पर 30 खेल खेले जाते हैं।
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साभार: भास्कर समाचार
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