पहले एचटेट परीक्षा का दो बार कैंसिल होना अौर इस बार एचटेट में 4 महीने पहले छपवाए गए प्रश्न पत्र अभ्यर्थियों को देना और प्रश्नों के उत्तर में फर्क आने का मामला गर्माया हुआ है। अभ्यर्थियों को प्रश्नों की आंसर की गलत लगने पर सबूत के साथ आपत्ति लगाने का मौका दिया गया, अभ्यर्थियों ने आपत्ति भी लगाई
और इसके बाद अब रिवाइज आंसर की में दस प्रश्नों के जवाब ठीक किए गए हैं। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। वहीं सेट-ए कंप्यूटर साइंस में प्रश्न नंबर 123 और 134 दो प्रश्नों की आंसर-की को अभ्यर्थी अब भी गलत बता रहे हैं। अभ्यर्थी मुकेश गोयल ने बताया कि जिन अभ्यर्थियों के 89 अंक हैं, केवल एक आंसर की गलत होने से भी वो एक अंक के कारण 90 अंक नहीं ले पाएंगे। स्कूल शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन जगबीर सिंह ने बताया कि परीक्षा की आंसर की को रिवाइज करने के लिए 6 हजार ऑब्जेक्शन आए थे। एक्सपर्ट ने इन आंसर की को सही किया है। इसलिए अब किसी तरह का परिवर्तन नहीं किया जाएगा। ओएमआर सीट के लिए बोर्ड में चुनौती नहीं दी जा सकती, वहीं कोर्ट में अपील की जा सकती है।
ऑप्शन में ही नहीं दिया गया है जवाब: अभ्यर्थी मुकेश गोयल ने बताया कि प्रश्न नंबर 123 में दिए विकल्प में सही जवाब का ऑप्शन ही नहीं है। ------एट्रीब्यूट एक ऑर्डर लिस्ट की नंबरिंग को फिर से शुरू करने के लिए प्रयोग होता है। इस प्रश्न के विकल्प ए- टाइप, बी- नंबर, सी-स्टार्ट और डी-ऑर्डर दिए गए हैं, लेकिन एचटीएमएल, डीएचटीएमएल, जावा स्क्रिप्ट, प्री सीजीआई बुक के पेज नंबर 65 पर इसका जवाब वैल्यू सही दिया गया है। वहीं 134 नंबर प्रश्न में एचटीटीपी एफटीपी अौर ------- का संग्रह है, इसके विकल्प ए-वेब पेज, बी-वेब ब्राउजर, सी- ई-मेल और डी- एसएमटीपी दिए गए हैं। इसका पहले सही जवाब एसएमटीपी ही था, लेकिन अब रिवाइज की में सभी ऑप्शन को गलत बताते हुए ग्रेस मार्क्स दिया गया है।
4 प्रश्नों में ग्रेस, 4 में मल्टीपल आंसर और दो के बदले जवाब :एचटेट 150 अंकों की होती है। पास होने के लिए सामान्य श्रेणी के अभ्यर्थी के लिए 90 अंक, एससी 83 अंक लेना जरूरी होता है। इस बार रिवाइज आंसर की में 4 प्रश्नों में ग्रेस, 4 प्रश्न में मल्टीपल जवाब दिए गए हैं और दो के बदले गए हैं। इससे परिणाम में बहुत अंतर आया है।
पिछली बार जहां एचटेट परीक्षा में परिणाम लगभग 6 से 7 प्रतिशत था वही इस बार यह 21.86 रहा है। ऐसे में अांसर की में फर्क आने से अभ्यर्थियों के फेल और पास होने में भी अंतर आना स्वाभाविक है।
एक्सपर्ट से करवाई है जांच, अब नहीं होगा परिवर्तन: परीक्षा की आंसर की को रिवाइज करने के लिए 6 हजार ऑब्जेक्शन आए थे। एक सप्ताह के समय में एक्सपर्ट ने इन आंसर की को सही किया है। इसलिए अब किसी तरह का परिवर्तन नहीं किया जाएगा। वहीं ओएमआर सीट के लिए बोर्ड में चुनौती नहीं दी जा सकती, वहीं कोर्ट में अपील की जा सकती है। - जगबीर सिंह, चेयरमैन, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड।
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साभार: भास्कर समाचार
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