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खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए हम काली मिर्च का प्रयोग करते है।
इससे खाने का स्वाद तो बढ़ता है। लेकिन कम ही लोग जानते है कि इसके औषधीय
गुण भी है। काली मिर्च बीमारी के साथ-साथ स्किन के लिए भी फायदेमंद है।
काली मिर्च से स्किन में होने वाली बीमारी विटिलिगो का इलाज भी संभव है। लंदन के किंग्स कॉलेज की स्टडी के अनुसार काली मिर्च में पिपराइन नामक
यौगिक त्वचा में पिगमेंट बनाने में सहायक होता है। वर्णक से ही त्वचा का
रंग निर्धारित होता है। पिपराइन की वजह से काली मिर्च में तीखापन रहता है। आइए जानते हैं काली मिर्च के स्वास्थ्य लाभों के बारे में: - काली मिर्च में सभी प्रकार के बैक्टीरिया,वायरस आदि का नाश करने वाली औषधि माना जाता है।
- यूनानी विचार के अनुसार काली मिर्च पेट दर्द, डकार और अफारा से राहत देने में मदद करती है।
- इसके अलावा बुखार, दांत दर्द, मसूड़ों की सूजन, नेत्ररोग जैसी बीमारी होने पर काली मिर्च का उपयोग कर सकते हैं।
- जुकाम होने पर काली मिर्च मिलाकर गर्म दूध पीएं। यदि जुकान बार-बार होता है और छींके आती है तो काली मिर्च की संख्या एक से शुरू करते रोज़ बढ़ाते हुए 15 दिन तक खाएं। ऐसी ही 15 दिन के बाद वापस एक-एक घटाते हुए खत्म करें। ऐसा करने से जुकाम खत्म हो जाएंगा।
- खांसी होने पर आधा चम्मच काली मिर्च का चूर्ण और आधा चम्मच शहद मिलाकर दिन में 3-4 बार खाने से खांसी दूर होती है।
- गैस की शिकायत होने पर एक कप पानी में आधे नींबू का रस डालकर आधा चम्मच काली मिर्च का चूर्ण और आधा चम्मच काला नमक मिलाकर रोज़ कुछ दिन तक सेवन करने से गैस की दिक्कत दूर होती है।
- गला खराब होने पर काली मिर्च में घी और मिश्री के साथ मिलाकर चाटने से बंद गला खुल जाता है। काली मिर्च का रोज़ सेवन करने से आवाज भी सुरीली हो जाती है। इसके अलावा गले में किसी तरह का इंफेक्शन होने से काली मिर्च को पानी में उबाल कर गरारे करने से गले की दिक्कत दूर होती है।
- स्किन प्रॉब्लम होने पर काली मिर्च को बारीक पीस कर घी में मिलाकर चहेरे पर लेप लगाएं। इससे फोड़े-फूंसी,दाद जैसी रोग दूर होते है।
- आधा चम्मच पिसी काली मिर्च में थोड़ा सी घी मिलाकर रोज सुबह -शाम नियमित खाने से नेत्र ज्योति बढ़ती है।
- पेट के कीड़े की समस्या से ग्रस्त होने पर काली मिर्च को किशमिश के साथ दो-तीन बार चबाकर खाएं। इसके अलावा छाछ में काली मिर्च मिलाकर पीने से भी पेड के कीड़े मरते हैं।
- दांतों में पायरिया होने से दांत कमजोर हो जाते है,जिससे दांतों में दर्द होने लगता है। इसके लिए आप काली मिर्च में नमक मिलाकर दांतो पर लगाएं।
- गठिया रोग में भी काली मिर्च लाभदायक है। इसके लिए काली मिर्च को तिल के तेल में अच्छे से गर्म कर लें और ठंडा होने पर मांसपेशियों पर लगाएं। दर्द में आराम मिलता है।
- याददाश्त कमजोर होने पर काली मिर्च लाभदायक है। काली मिर्च के साथ शहद मिलाकर खाएं।
- यदि पेट में कांटा, कांच का टूकड़ा जाने पर पके हुए अननास के साथ काली मिर्च और सेंधा नमक मिलाकर खाने से पेट में गया हुआ कांच या कांटा निकल जाता है।
- कब्ज होने पर काली मिर्च के चार-पांच साबुत दाने दूध के साथ लेने से कब्ज की समस्या दूर होती है।
- मलेरिया होने पर काली मिर्च के चूर्ण को तुलसी के रस में मिलाकर पीने से लाभ होता है।
- ब्लड प्रेशर लो होने पर दिन में दो-तीन बार पांच दाने कालीमिर्च के साथ 21 दिन किशमिश के साथ खाएं। बीपी नॉर्मल रहेगा।
- काली मिर्च एंटीऑक्सीडेंट होती है साथ ही मैंगनीज और आयरन जैसे पोषक तत्वों का बढिया स्रोत है, जो शरीर को सुचारु रुप से कार्य करने के लिए आवश्यक है।
- सिर दर्द होने पर काली मिर्च का प्रयोग कर सकते है। इसके लिए काली मिर्च को सुई से छेद कर दीए की लौ से जलाएं। जब धुंआ उठे को इस धुंए को नाक से अंदर खीच लें।
- बवासीर जैसी बीमारी के लिए काली मिर्च का उपयोग फायदेमंद है। इसके लिए 20 ग्राम काली मिर्च,10 ग्राम जीरा और शक्कर या मिश्री 15 ग्राम कूट-पीस कर मिला लें। इसे सुबह-शाम पानी के साथ फांक लें।
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साभार:
भास्कर समाचार
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