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अंगूर एक ऐसा फल है जिससे कई बीमारियां दूर होती हैं। अंगूर को
सर्वोत्तम माना जाता है। डॉक्टरो के अनुसार, अंगूर में ग्लुकोज़ होता है,
जो नुकसान नहीं करता। अंगूर में जल, शुगर ,सोडियम, पोटेशियम, साइट्रिक
एसिड, मैग्नीशियम और आयरन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। अंगूर को सुबह
सुबह खाली पेट खाना ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। तो आइये, आज हम अंगूर से
होने वाले फायदों के बारे में जानते हैं:
- माइग्रेन के दर्द को ठीक करने में अंगूर का जूस काफी सहायक होता है। अगर आपको माइग्रेन की समस्या है तो रोज अंगूर खाएं, इससे दर्द में बहुत आराम मिलता है।
- एनीमिया से बचे रहने के लिए अंगूर से बढकर कोई दवा नहीं है। अंगूर एनीमिया को जड़ से ख़त्म करने का काम करता है।
- जी मचलाना या उल्टी जैसा महसूस होने पर अंगूर में थोडा-सा नमक और काली मिर्च डालकर खाएं। उल्टी और जी मिचलाने में तुरंत ही लाभ होगा।
- पेट की गर्मी ख़त्म करने के लिए अंगूर काफी फायदेमंद है। 5-20 दाने अंगूर रात को पानी में भिगों दे और सुबह भीगे हुए अंगूर को मसल कर मैश कर लें। फिर इसमें आधा चम्मच चीनी मिलाकर खाएं।
- अंगूर ब्रेस्ट कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी को को रोकने के लिए अंगूर का सेवन ज़रूर करें।
- अंगूर दिमाग के लिए काफी फायदेमंद होता है। अंगूर खाने से दिमाग तरो-ताज़ा हो जाता है और याद्दाश्त मजबूत होती है।
- अंगूर के रस के गरारे करने से मुंह के घावों एवं छालों में बहुत आराम मिलता है।
- अंगूर में विटामिन A भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसलिए अंगूर खाने से भूख बढ़ जाती है। यह पाचन शक्ति ठीक रखता है।
- अंगूर स्किन के लिए भी फायदेमंद है। अंगूर खाने से फोड़े-फुंसी और मुहांसे कम होते हैं और त्वचा बहुत ही चमकीली और झुर्रियों रहित रहती है।
- गठिया रोग में अंगूर खाना चाहिए। अंगूर का सेवन करना बहुत ही लाभदायक होता है, क्योंकि यह शरीर में से उन तत्वों को बाहर निकालता है, जिसके कारण गठिया रोग होता है।
- खूनी बवासीर के रोगी अंगूर के गुच्छों को एक बर्तन (मिट्टी का हो ) में बंद कर जला कर उसकी राख बना लें। उस राख को तीन से पांच ग्राम की मात्रा में मिश्री एवं घी के साथ लेने से खून आना बंद हो जाता है।
- यदि सिर में दर्द हो रहा हो तो 8-10 नग मुनक्का, 10 ग्राम मिश्री और इतनी ही मात्रा में मुलेठी एवं थोड़ी मात्रा में शुद्ध जल रात भर खुले आसमान के नीचे छोड़ दें और सुबह मिलाकर पीस लें। नाक में दो बूंद टपका दें। सिरदर्द में लाभ मिलेगा।
- नाक से खून आना (नकसीर) में भी ऊपर लिखा फॉर्मूला अत्यंत लाभकारी है।
- यदि पांच से दस ग्राम मुनक्का नियमित रूप से खाई जाए तो मुंह की दुर्गंध में लाभ मिलता है।
- आठ से दस नग मुनक्का और हरीतकी का काढ़ा लगभग 20 मिली की मात्रा में शहद के साथ मिलाकर खाने से दमा रोग में भी लाभ मिलता है।
- घी, मुनक्का, खजूर, पिप्पली एवं काली मिर्च, इन सब को बराबर मात्रा में लेकर पीसकर चटनी बनाकर नित्य सेवन करने से सुखी खांसी और स्किन की बीमारियों में लाभ मिलता है।
- मुनक्का एवं हरड़ बराबर मात्रा में लेकर उतनी ही मात्रा में शक्कर मिला लें। अब सबको पीसकर एक-एक ग्राम की गोली बना लें। हो गयी एंटासिड गोली तैयार। अब एक गोली सुबह-शाम ठंडे पानी से लें और हाइपर एसिडीटी की समस्या से निजात पाएं।
- अगर आप कब्ज से हैं परेशान तो मुनक्का 6 से सात नग, भुना जीरा 5 से 10 ग्राम और सेंधा नमक 1.5 ग्राम (उच्च रक्तचाप के रोगी के लिए मात्रा चिकित्सक अनुसार ) इन सबका चूर्ण बनाकर गुनगुने पानी से लें।
- यदि पेशाब खुल कर नहीं आ रहा हो तो आठ से दस मुनक्का एवं लगभग दस ग्राम मिश्री के साथ पीसकर दही के पानी से लेने पर यह एक अच्छा डाययूरेटिक का काम करता है।
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साभार:
भास्कर समाचार
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