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अब रेलवे यात्रियों को ट्रेन में जल्द ही फिल्में, म्यूजिक वीडियो, टीवी शो
देखने की सुविधा देगा। इसे 'रेलटेल' और 'इरोज़ नाउ' उपलब्ध कराएंगे। साथ ही रेलवे
का 'गो-इंडिया' स्मार्ट कार्ड अगले महीने से देश के सभी स्टेशनों पर चलेगा।
इस कार्ड के जरिए लोग बिना कैश दिए रेल के रिजर्व्ड और अनरिजर्व्ड टिकट
खरीद सकेंगे। अब तक यह कार्ड दिल्ली, मुंबई अौर हावड़ा स्टेशनों पर ही चलता
था। रेल अधिकारियों के मुताबिक भोपाल स्टेशन पर यह कार्ड फरवरी के अंत से मिलने की उम्मीद है। रेलवे ने गो-इंडिया कार्ड की लिमिट भी 5000 से बढ़ाकर 10 हजार रु. कर दी है। अब यात्री कार्ड को 10 हजार रु. तक रीचार्ज करा सकेंगे। स्मार्ट कार्ड की वेलिडिटी भी अब लाइफटाइम कर दी गई है। अब तक कार्ड का उपयोग छह महीने तक नहीं होने पर यह बंद हो जाता था। अब छह माह बाद भी 50 रु. का रीचार्ज कराकर इसे एक्टिवेट किया जा सकेगा।
इस तरह बनेगा कार्ड: यात्री न्यूनतम 70 रुपए देकर गो-इंडिया स्मार्ट कार्ड बनवा सकेंगे। इसमें यात्री को 20 रुपए का बैलेंस मिलेगा। इसके बाद यात्री न्यूनतम 20 रुपए का रीचार्ज कर सकेगा। इसके अलावा 50 रुपए से लेकर 5 हजार रुपए तक मल्टीपल के माध्यम से 10 हजार रुपए तक का बैलेंस कार्ड के लिए ले सकेंगे।
रियायती टिकट के लिए लागू नहीं: फिलहाल गो-इंडिया कार्ड को विभिन्न श्रेणी के कंसेशन टिकट के लिए लागू नहीं किया गया है। जो यात्री कंसेशन पर आरक्षित व अनारक्षित टिकट चाहते हैं, वे इस कार्ड का उपयोग नहीं कर सकेंगे।
आरक्षित टिकटें मिलेंगी साढ़े तेईस घंटे: नई प्लानिंग के तहत यात्रियों को रेलवे स्टेशन पर 23.30 घंटे रिजर्वेशन की सुविधा मिल सकेगी। अभी सुबह आठ बजे से रात 10.00 बजे तक रिजर्वेशन होते हैं। रिजर्वेशन के बुकिंग क्लर्कों की कमी को देखते हुए रेलवे जनरल टिकट काउंटर से ही रिजर्वेशन की सुविधा यात्रियों को देने की तैयारी कर रहा है। कारण यह है कि रात में सामान्य टिकट लेने वाले यात्रियों की संख्या कम रहती है। जाड़े के दिनों में देश के लगभग सभी हिस्सों में ट्रेनें कोहरे की वजह से पांच से 12 घंटे देर से चल रही हैं। इससे यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।
एसएमएस से मिलेगी ट्रेन की जानकारी: यात्रियों को हो रही परेशानी को देखते हुए रेलवे अब ट्रेन के पांच घंटे से ज्यादा लेट होने पर यात्रियों के मोबाइल पर एसएमएस से जानकारी देगी। यह सेवा अगले सप्ताह से शुरू हो जाएगी।
आरक्षित श्रेणी के यात्रियों को मिलेगा लाभ: आरक्षित श्रेणी में सफर कर रहे प्रत्येक यात्रियों को इस सेवा का लाभ मिलेगा। सेवा के लिए कोई शुल्क नहीं लगेगा। इसके अलावा रेलवे की ओर से एनटीईएस मोबाइल एप पर भी ट्रेन की लेट चलने की जानकारी मिल जाएगी। इस एप में ट्रेन की वास्तविक स्थिति और लोकेशन का पता चल जाएगा। ट्रेन कितनी देर में किस स्टेशन पर पहुंचेगी, इसकी भी जानकारी मिलेगी।
सॉफ्टवेयर में हो रहा बदलाव: एसएमएस से ट्रेन लेट होने की जानकारी देने के लिए रेलवे अपने टिकट आरक्षण के सॉफ्टवेयर में बदलाव कर रहा है। रेलवे के अधिकारियों के अनुसार, सॉफ्टवेयर को अपडेशन किया जा रहा है। इसमें मोबाइल नंबर डालने का ऑप्शन भी रहेगा। कंप्यूटर पर दर्ज मोबाइल नंबर पर ही एसएमएस मिलेगा।
एप डाउनलोड करने के लिए यह करें:
- अपने स्मार्टफोन में गुगल प्ले स्टोर से एप को डाउनलोड किया जा सकता है।
- प्ले स्टोर में एनटीईएस (NTES) सर्च करें।
- डाउनलोड होने के बाद ट्रेन की जानकारी आसानी से मिल जाएगी।
एप में यह मिलेगी जानकारी: ट्रेन का लोकेशन ट्रेन कितने बजे किस स्टेशन पर पहुंचेगी। ट्रेन कितनी लेट चल रही है। ट्रेन का अंतिम लोकेशन कहां है। अपने यात्रियों को नई सुविधा देने के प्रयास में भारतीय रेल ने नई पहल की
है। कुछ रेलवे जोन अपने यात्रियों को सफर के दौरान रूट पर आने वाले शहरों
की फेमस डिश (व्यंजन) उपलब्ध कराएगा। टिकट बुकिंग, स्टेशनों पर अच्छी
केटरिंग, ट्रेनों में वाई-फाई, सफाई सुरक्षा के उपाय, यात्रा में खाने की
गुणवत्ता समेत कई सुविधाएं यात्रियों के लिए शुरू की जा चुकी हैं, अब
सप्लाई ऑन डिमांड पर यात्री अपनी पसंद का व्यंजन आर्डर कर सकेंगे। ट्रेनों में घटिया भोजन सप्लाई की शिकायतें और अपर क्लास कोच में रेलवे का
खाना लेने वालों की घटती संख्या को देखते हुए ऐसी पहल की गई है। अधिकारियों
का कहना है कि यह व्यवस्था धीरे-धीरे पूरे देश में शुरू की जाएगी।
दिल्ली-अमृतसर रूट के हर स्टेशन पर यात्रियों को रेगुलर भोजन के साथ ही
स्थान विशेष के लोकप्रिय व्यंजन भी परोसे जाने लगे हैं। ऑर्डर पर क्षेत्र
के फेमस होटल तक का खाना मुहैया करवाया जा रहा है। इस सर्विस के जरिए
प्राइवेट होटल संचालकों की बढ़ती दखल को भी कम किया जा सकेगा। रेल
अधिकारियों का यह भी कहना है कि इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। लोगों को यह
जानकारी भी मिलेगी कि किस राज्य के किस स्टेशन पर, कौन सा व्यंजन मिलता है।
साउथ ईस्टर्न सेंट्रल रेलवे द्वारा मुंबई हावड़ा रूट पर चलने वाली प्रमुख
यात्री ट्रेनों में यह सुविधा जल्द शुरू की जा सकती है। अधिकारियों के
मुताबिक इसकी तैयारी की जा रही है। रेलवे इस जोन के लिए भी मोबाइल नंबर अलॉट करेगा जिस पर कॉल कर यात्री इसका लाभ ले सकेंगे।
चलती ट्रेन में हो सकेगी शिकायत, मिलेगी सहायता: अब चलती ट्रेन में यात्री अपने साथ होने वाले अपराध की शिकायत कोच अटेंडेंट को भी करे सकेंगे। अपराध की गंभीरता के आधार पर आरपीएफ के जवान, कोच कंडक्टर आदि कंट्रोल रूम के नि:शुल्क नंबर 182 या 1322 पर इस शिकायत को पहुंचाएंगे और कंट्रोल रूम से अगले स्टेशन और पेट्रोलिंग जवानों की मदद से संबंधित यात्री को त्वरित सहायता पहुंचाई जाएगी। रेल मंत्री के निर्देश पर यह नई व्यवस्था अगले महीने से शुरू की जा रही है।
स्थानीय होटलों से रेलवे प्रबंधन टाइ अप करेगा: रेलवे स्थानीय स्तर पर होटल संचालकों से एग्रीमेंट करेगा। यात्रियों तक भोजन पहुंचाने की व्यवस्था रेलवे अमला खुद करेगा। सभी 16 जोनों के लिए अलग-अलग मोबाइल नंबर अलॉट किए जाएंगे।
चलती ट्रेन में हो सकेगी शिकायत, मिलेगी सहायता: अब चलती ट्रेन में यात्री अपने साथ होने वाले अपराध की शिकायत कोच अटेंडेंट को भी करे सकेंगे। अपराध की गंभीरता के आधार पर आरपीएफ के जवान, कोच कंडक्टर आदि कंट्रोल रूम के नि:शुल्क नंबर 182 या 1322 पर इस शिकायत को पहुंचाएंगे और कंट्रोल रूम से अगले स्टेशन और पेट्रोलिंग जवानों की मदद से संबंधित यात्री को त्वरित सहायता पहुंचाई जाएगी। रेल मंत्री के निर्देश पर यह नई व्यवस्था अगले महीने से शुरू की जा रही है।
स्थानीय होटलों से रेलवे प्रबंधन टाइ अप करेगा: रेलवे स्थानीय स्तर पर होटल संचालकों से एग्रीमेंट करेगा। यात्रियों तक भोजन पहुंचाने की व्यवस्था रेलवे अमला खुद करेगा। सभी 16 जोनों के लिए अलग-अलग मोबाइल नंबर अलॉट किए जाएंगे।
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साभार:
भास्कर समाचार
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