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हम बाहर घूमने के लिए किसी साफ-सुथरी जगह की तलाश में हैं, तो कहीं
बाहर जाने की ज़रूरत नहीं है। दरअसल, हमें लगता है कि विदेश में ही साफ और
सुंदर शहर हैं। लेकिन हम आपके इस भ्रम को दूर कर दें, क्योंकि भारत के भी
कुछ शहरों को साफ और सुंदर शहर का दर्जा प्राप्त है। आज हम आपको भारत के
कुछ साफ और स्वच्छ शहरों के बारे में बता रहे हैं। - चंडीगढ़: चंडीगढ़ को भारत की सबसे साफ-सुथरी सिटी (सिटी ब्यूटीफुल) के रूप में जाना जाता है। यह साफ और हरियाली से भरा हुआ है, यहां का प्रशासन सीधे तौर पर एनर्जी और रिसोर्स संस्थान के साथ मिलकर शहर को ईको फ्रेंडली बनाने के लिए प्राकतिक चीज़ों का यूज़ करता है। इस शहर को भारत की पहली सोलर सिटी बनने का भी दर्जा प्राप्त है।
- सूरत: सूरत में 1994 में प्लेग फैला था। गंदगी के कारण महामारी ने इस शहर को देश ही नहीं, दुनिया के नक्शे पर ला दिया था। चुनौती इससे पार पाने की थी, जो सूरत ने इच्छाशक्ति से कर दिखाया। सूरतवासियों ने हिम्मत नहीं हारी, पूरा शहर सफाई में जुटा। निगमायुक्त एसआर राव ने दिन और रात में सफाई शुरू की। आज भी यहां यह सिस्टम काम कर रहा है।
- मैसूर: 2008 में मैसूर में 'Let’s do it' नाम से एक कैंपेन चलाया गया। इसमें पूरे शहर को साफ करने का जिम्मा लिया गया। यह कैंपेन काफी समय तक चला और शहर के युवाओं को शहर साफ करने के लिए प्रेरित किया गया। साथ ही, पूरे शहर की नालियों और सड़कों को पूरी तरह से साफ किया गया।
- दिल्ली: हाल ही में दिल्ली को साफ करने के लिए स्वस्छ भारत अभियान चलाया गया। इसमें शहर को साफ और प्रदूषण रहित करने के लिए जगह-जगह एनएमडीसी (NMDC) के सहयोग से दिल्ली की गलियों और सड़कों को साफ किया गया।
- तिरुचिरिपल्ली: तिरुचिरिपल्ली टूरिस्ट्स के लिए बेहद ही शानदार जगह है। इस शहर के लोग अपनी जगह को साफ रखते हैं। अगर आप एक बार यहां घूमने जाएंगे तो आपको समझ में आ जाएगा कि यह शहर बाकी जगहों से कितना साफ और सुंदर है।
- जमशेदपुर: जमशेदपुर सफाई के मामले में दूसरे शहरों से काफी आगे है, लेकिन यहां के लोगों में पर्सनल लेवल पर भी सफाई करने की ललक देखने को मिलेगी। इस स्टील सिटी को बेहद ही साफ और सुंदर तरीके से डेवलप किया गया है।
- मैंगलोर: मैंगलोर में भी निर्मल नगर योजना अभियान चलाया गया है। इसके तहत को शहर को साफ किया गया। इस अभियान से जुड़े लोग घर-घर जाकर कूड़ा-गंदगी साफ की और जमा कूड़े को इकट्ठा करके किस तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है। कूड़े से जमीन को उपजाऊ बनाने के लिए खाद बनाया जाता है।
- राजकोट: राजकोट इंडिया का एक ऐसा शहर को जल्द विकसित होने की लाइन में है। शहर की सिविक बॉडी और यहां के लोग मिलजुल कर शहर को साफ रखते हैं।
- कानपुर: उत्तर प्रदेश का कानपुर शहर इंडस्ट्रीज के लिए जाना जाता रहा है। यह शहर पहले ज्यादा साफ नहीं था, लेकिन हाल के दिनों में इस शहर में भी सफाई कार्यक्रम शुरू किया गया है। दरअसल, किसी भी शहर को साफ रखने के लिए वहां के लोगों और अधिकारियों में परस्पर सहयोग का भाव होना बेहद ज़रूरी है।
ये हैं दुनिया के सबसे सुन्दर शहर:
- कैलगैरी (कनाडा): कनाडा का कैलगैरी शहर दुनिया का सबसे साफ शहर माना जाता है। कई सर्वे और रैंकिंग में यह नंबर वन रहा है। सरकार ने कू्ड़े को 80 फीसदी कम करने के लिए रिसाइक्लिंग का सहारा लिया है। यहाँ सड़क और फुटपाथ पर कचरा या सिगरेट के बट्स फेंकने पर 1000 डॉलर तक जुर्माना लगाया है। लोगो को प्रेरित किया कि कैसे कचरे को खाद में बदला जा सकता है। वेबसाइट, एनजीओ की मदद ली।
- सिंगापुर: सिंगापुर की गिनती एशिया के सबसे साफ-सुथरे शहरों में होती है। ये वह शहर है जहां पर सड़कों पर थूकने, कूड़ा फेंकने और च्युइंगम खाकर थूकने पर भी जुर्माना लग जाता है। निजी एजेंसी के लोग सिविल ड्रेस में निगरानी रख कचरा फैलाने वालों पर 1 हजार डॉलर जुर्माना करते हैं। दीवारों पर लिखना मना है और पब्लिक टॉयलेट में फ्लश न चलाने पर भी 150 डॉलर जुर्माना लगता है।
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साभार:
भास्कर समाचार
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