Tuesday, January 20, 2015

धनिया: मसाला से बढ़कर भी बहुत कुछ

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आमतौर पर सब्जियों में मसाले और सुगंध के लिए इस्तेमाल होने वाले धनिया की खेती भारत के हर हिस्से में होती है। धनिया के हरे पत्ते और बीजों को हर भारतीय रसोई में देखा जा सकता है। औषधीय गुणों से भरपूर धनिये का वानस्पतिक नाम कोरिएंड्रम सटाईवम है। मसालों के अलावा इसे आदिवासी अनेक हर्बल नुस्खों में भी उपयोग में लाते हैं। चलिए, आज जानते हैं धनिया के औषधीय गुणों और इससे जुड़े आदिवासी हर्बल फॉर्मूलों के बारे में:  

  1. पेट के कीड़े: हरे धनिया की पत्तियों और परवल के फलों की समान मात्रा (20 ग्राम प्रत्येक) लेकर कुचल कर एक-चौथाई लीटर पानी में रात भर के लिए भिगोकर रख दें। सुबह इसे छानकर तीन हिस्से कर प्रत्येक हिस्से में थोडा-सा शहद डालकर दिन में तीन बार पीने से पेट के कीड़े मर जाते हैं।  
  2. आंखों और हाथ-पैर की की जलन: सौंफ, मिश्री व धनिया के बीजों की समान मात्रा लेकर चूर्ण बना कर 6-6 ग्राम प्रतिदिन भोजन के बाद खाने से हाथ-पैर की जलन, एसिडिटी, आंखों की जलन, पेशाब में जलन व सिरदर्द दूर होता है। हाथ-पांव में जलन की शिकायत होने पर सौंफ के साथ बराबर मात्रा में धनिया के बीजों और मिश्री को कूट कर खाना खाने के पश्चात 5-6 ग्राम लेने से कुछ ही दिनों में आराम मिल जाता है।  
  3. आंखों की रोशनी और नकसीर: कच्ची ग्वार की फलियों को पीसकर इसमें टमाटर और धनिया की हरी पत्तियों को डालकर चटनी तैयार कर प्रतिदिन खाने से आंखों की रोशनी बेहतर होती है। इसे लगातार लेने से कई बार चश्मा भी उतर जाता है। हरे ताजे धनिया की पत्तियां लगभग 20 ग्राम और उसमें चुटकी भर कपूर मिला कर पीस लें और रस छान लें। इस रस की दो बूंदें नाक के छिद्रों में दोनों तरफ टपकाने से तथा रस को माथे पर लगा कर हल्का-हल्का मलने से नाक से निकलने वाला खून जिसे नकसीर भी कहा जाता है, तुरंत बंद हो जाता है।  
  4. महिलाओं से जुड़ी समस्याएँ: थोड़ा-सा धनिया कूट कर पानी में उबाल कर ठंडा करके मोटे कपड़े से छान कर शीशी में भर लें। इसकी दो बूंदें आंखों में टपकाने से जलन, दर्द तथा पानी गिरना जैसी समस्याएं दूर हो जाती हैं। धनिया महिलाओं में मसिक धर्म संबंधी समस्याओं को दूर करता है। यदि मासिक धर्म साधारण से ज्यादा हो तो आधा लीटर पानी में लगभग 6 ग्राम धनिए के बीज डालकर उबालें और इसमें शक्कर डालकर पी लें, फायदा होगा। 
  5. शुगर और मुहांसे: धनिया को मधुमेह नाशी भी माना जाता है। इसके सेवन से खून में इंसुलिन की मात्रा नियंत्रित रहती है। धनिया त्वचा के लिए भी फायदेमंद है। धनिया की पत्तियों के रस (20 मिली) में आधा चम्मच हल्दी का चूर्ण मिलाकर चेहरे पर लगाएं। इससे मुहांसों की समस्या दूर होती है और यह ब्लैकहेड्स को भी हटाता है। 
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साभार: भास्कर समाचार एवं डॉ. दीपक आचार्य (डायरेक्टर-अभुमका हर्बल प्रा. लि. अहमदाबाद)

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