साभार: जागरण समाचार
क्या आप जानते हैं कि भारतीय डाकघर यानी इंडियन पोस्ट ऑफिस में कई तरह के सेविंग अकाउंट खोलने की सुविधा मिलती है। डाक सेवा के अलावा इंडिया पोस्ट के देशभर में फैले 1.5 लाख पोस्ट ऑफिस कई प्रकार की
बैंकिंग और रेमिटेंस सेवाएं भी प्रदान करते हैं।
क्या आप जानते हैं कि भारतीय डाकघर यानी इंडियन पोस्ट ऑफिस में कई तरह के सेविंग अकाउंट खोलने की सुविधा मिलती है। डाक सेवा के अलावा इंडिया पोस्ट के देशभर में फैले 1.5 लाख पोस्ट ऑफिस कई प्रकार की
बैंकिंग और रेमिटेंस सेवाएं भी प्रदान करते हैं।
पोस्ट ऑफिस में करीब 9 तरह की बचत योजनाएं संचालित होती हैं। इनमें सेविंग अकाउंटस रेकरिंग डिपॉजिट अकाउंट, टाइम डिपॉजिट अकाउंट, मंथली इनकम स्कीम अकाउंट, सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम अकाउंट, पब्लिक प्रोविडंट फंड या पीपीएफ अकाउंट, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट, किसान विकास पत्र और सुकन्या समृद्धि अकाउंट। इन बचत योजनाओं में इंडिया पोस्ट का ओर से 4 से लेकर 8.3 फीसद तक का ब्याज उपलब्ध करवाया जाता है। यह जानकारी इंडिया पोस्ट की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
प्रमुख योजनाओं के बारे में विस्तार से: हम पोस्ट ऑफिस में चलने वाली चुनिंदा प्रमुख बचत योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं। जानिए इनके बारे में....
- पोस्ट ऑफिस सेविंग स्कीम: आप मात्र 20 रुपये में यह अकाउंट खोल सकते हैं। यह अकाउंट सिर्फ कैश के माध्यम से ही खोला जा सकता है। अगर आप यह खाता 500 रुपये से खोलते हैं तो आपको इस खाते पर चेक की सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है हालांकि इसके लिए आपको अपने खाते में न्यूनतम 500 रुपये रखने ही होंगे। यह खाता खुलवाने के पहले या बाद में इसमें किसी को नॉमिनी बना सकते हैं। वहीं इस खाते को एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस में ट्रांस्फर भी करवाया जा सकता है। हालांकि इस खाते को एक्टिव रखने के लिए तीन वित्तीय वर्षों में जमा या निकासी का कम से कम एक लेनदेन जरूरी है। इस अकाउंट में एटीएम की सुविधा भी उपलब्ध होती है। वहीं इस खाते में जमा राशि पर 4 फीसद का ब्याज दिया जाता है।
- पांच वर्षीय डाकघर आवर्ती जमा खाता (पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉजिट अकाउंट): इस खाते को आप चैक या कैश जिस भी माध्यम से चाहें खुलवा सकते हैं। इस खाते में भी आप किसी को अपना नॉमिनी बना सकते हैं। इस खाते में जमा राशि पर 6.9 फीसद की दर से ब्याज मिलता है। वहीं इस बचत योजना में एक साल के बाद 50 फीसद रकम निकलाने की भी सुविधा उपलब्ध होती है।
- पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट अकाउंट: इस खाते में जमा राशि पर ब्याज सालाना आधार पर दिया जाता है लेकिन उसकी गणना तिमाही आधार पर की जाती है। इसमें जमा करने की कोई लिमिट नहीं हैं। खाते को आप दूसरे पोस्ट ऑफिस में ट्रांसफर करवा सकते हैं।
- डाकघर मासिक बचत आय (Post Office Monthly Income Scheme Account -MIS): इस खाते को कोई भी व्यक्ति कैश या फिर चेक किसी भी माध्यम से खोल सकता है। खाता खुलवाने के पहले या बाद आप नॉमिनेशन करवा सकते हैं। इस खाते को ट्रांसफर भी करवाया जा सकता है। इस खाते में जमा राशि पर 7.3 फीसद का ब्याज मिलता है।
- वरिष्ठ नागरिक बचत खाता (एससीएसएस): 60 साल या उससे ऊपर का व्यक्ति इसमें अकाउंट खोल सकते हैं। 55 साल से 60 साल की उम्र के बीच में रिटायर होने वाले या वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति) लेने वाले व्यक्ति भी रिटायरमेंट के तीन माह पहले तक यह खाता खोल सकते हैं। इस खाते को आप न्यूनतम 1000 रुपये या फिर इसके गुणांकों में खुलवा सकते हैं। इस खाते में अधिकतम 15 लाख रुपये तक जमा करवाए जा सकते हैं जिस पर सालाना आधार पर 8.3 फीसद का ब्याज मिलता है। इस अकाउंट का मैच्योरिटी पीरियड पांच साल का है। इस खाते को पत्नी-पति ज्वाइंट अकाउंट के रुप में भी खुलवा सकते हैं। इस खाते में भी नॉमिनेशन की सुविधा मिलती है। वहीं इस अकाउंट को एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे में ट्रांसफर किया जा सकता है। वहीं अगर इस खाते में जमा राशि पर मिलने वाला सालाना ब्याज 10,000 रुपये से ऊपर होता है तो उस पर टीडीएस भी काटा जाता है।
- 15 वर्षीय पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ): यह खाता महज 100 रुपये में खोला जा सकता है। खाताधारकों को इस खाते में पूरे वित्त वर्ष में न्यूनतम 500 रुपये एवं अधिकतम 1.50 लाख जमा करवाने होते हैं। इस खाते का मैच्योरिटी पीरियड 15 साल का है। इसमें आप ज्वाइंट अकाउंट भी खुलवा सकते हैं। इसमें भी नॉमिनेशन की सुविधा मिलती है। इसमें एक वित्त वर्ष में अधिकतम एक लाख रुपए तक के निवेश पर कर छूट का लाभ मिलता है। इसमें जमा राशि पर 7.6 फीसद का ब्याज मिलता है।
- पोस्ट ऑफिस सुकन्या समृद्धि अकाउंट: पोस्ट ऑफिस में खोला जाने वाला यह अकाउंट भी कमाल का है। इस स्कीम में एक वित्त वर्ष के दौरान न्यूनतम 1,000 रुपये और अधिकतम 1,50,000 रुपयों का निवेश करना होता है। इसमें लंप-संप निवेश किया जा सकता है। एक महीने में या वित्तीय वर्ष में जमा की संख्या पर कोई सीमा नहीं है। एक वैधानिक अभिभावक या मूल अभिभावक लड़की के नाम पर अकाउंट खुलवा सकते हैं। यह खाता लड़की के पैदा होने के अगले 10 वर्षों के भीतर खुलवाया जा सकता है। इस खाते पर 8.1 फीसद की दर से ब्याज मिलता है। लड़की के 21 साल पूरे होने पर यह खाता बंद हो जाता है।