साभार: जागरण समाचार
भाजपा महासचिव राम माधव की ओर से पीडीपी और नेशनल कांफ्रेंस पर लगाए पाकिस्तान परस्ती के आरोपों ने हंगामा खड़ा कर दिया है। ऐसे संगीन आरोपों को लेकर नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने माधव को
आरोप साबित करने का चैलेंज दिया। अब्दुल्ला ने कहा कि या फिर माधव को ऐसे बयानों के लिए माफी मांगनी चाहिए। हालांकि, माधव ने कहा कि अब्दुल्ला की देशभक्ति पर उन्हें कोई संदेह नहीं है। माधव ने अपना बयान वापस ले लिया लेकिन अब्दुल्ला को एक चैलेंज जरूर दिया।
दरअसल, जम्मू-कश्मीर में बुधवार को पूरे दिन सियासी ड्रामा चला। जिसका पटाक्षेप रात में राज्यपाल ने विधानसभा भंग कर किया। यहां गठबंधन के जरिए दो पार्टियों की ओर से सरकार बनाने का दावा ठोका गया था। पीडीपी की नेता महबूबा मुफ्ती ने नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था तो दूसरी ओर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस ने भाजपा और अन्य विधायकों के समर्थन से सरकार बनाने की बात कही। राज्यपाल ने विधायकों की खरीद फरोख्त होने और स्थाई सरकार के न बनने की आशंका जताते हुए विधानसभा भंग करने के आदेश जारी कर दिए।
सरकार गठन इस प्रयास को लेकर भाजपा ने गठबंधन के साथियों पर हमला बोला है। भाजपा महासचिव राम माधव ने पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस पर पाकिस्तान के इशारे पर गठबंधन बनाने की बात कही है। माधव ने कहा कि पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने पिछली ही महीने स्थानीय निकाय चुनाव का बहिष्कार किया क्योंकि उन्हें सीमापार से निर्देश मिले थे। हो सकता है कि अब उन्हें फिर से सीमापार से नए निर्देश मिले हों कि मिलकर सरकार बनाओ। उन्होंने जो भी किया उस पर राज्यपाल की नजर है।
उमर अब्दुल्ला ने दिया आरोप साबित करने का चैलेंज
सीमापार से निर्देश मिलने के संगीन आरोपों पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने माधव को ट्वीट कर अपनी बात साबित करने का चैलेंज दिया। अब्दुल्ला ने बड़े ही तल्ख शब्दों में लिखा, 'राममाधव, मैं आपको चैलेंज करता हूं कि अपने आरोपों को साबित करें। रॉ, NIA, इंटेलीजेंस से लेकर सीबीआइ तक सब आपके पास है, इसीलिए अपनी बात को साबित करने के लिए सार्वजनिक रूप से सबूत दो। या तो इन आरोपों को साबित करो या फिर माफी मांगो। इल्जाम लगाकर भागने की राजनीति बंद करो।'
सीमापार से निर्देश मिलने के संगीन आरोपों पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने माधव को ट्वीट कर अपनी बात साबित करने का चैलेंज दिया। अब्दुल्ला ने बड़े ही तल्ख शब्दों में लिखा, 'राममाधव, मैं आपको चैलेंज करता हूं कि अपने आरोपों को साबित करें। रॉ, NIA, इंटेलीजेंस से लेकर सीबीआइ तक सब आपके पास है, इसीलिए अपनी बात को साबित करने के लिए सार्वजनिक रूप से सबूत दो। या तो इन आरोपों को साबित करो या फिर माफी मांगो। इल्जाम लगाकर भागने की राजनीति बंद करो।'
माधव ने कहा- आपकी देशभक्ति पर कोई सवाल नहीं
वहीं, उमर अब्दुल्ला के जवाब में राम माधव ने भी ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि उमर अब्दुल्ला आपकी देशभक्ति को लेकर कोई सवाल नहीं है। लेकिन जिस तरह एकदम से नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी के बीच सरकार बनाने के लिए प्यार पनपा है, उससे मन में कई संदेह पैदा होते हैं। हालांकि, मंशा आपको ठेस पहुंचाने की नहीं है।
वहीं, उमर अब्दुल्ला के जवाब में राम माधव ने भी ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि उमर अब्दुल्ला आपकी देशभक्ति को लेकर कोई सवाल नहीं है। लेकिन जिस तरह एकदम से नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी के बीच सरकार बनाने के लिए प्यार पनपा है, उससे मन में कई संदेह पैदा होते हैं। हालांकि, मंशा आपको ठेस पहुंचाने की नहीं है।
अब्दुल्ला ने कहा- पाकिस्तान परस्ती का सबूत दो
इसके जवाब में एक बार फिर उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, 'नहीं, ऐसे बेतुके मजाकिया आरोप काम नहीं आएंगे। आपने दावा किया है कि मेरी पार्टी पाकिस्तान के इशारे पर काम कर रही है। मैं चैलेंज करता हूं। स्थानीय निकाय चुनाव का विरोध पाकिस्तान के इशारे पर होने का सबूत सार्वजनिक करो। ये मेरी ओर से आपको और आपकी सरकार को खुला चैलेंज है।'
राम माधव ने वापस लिया बयानवहीं, मामला बढ़ता देख भाजपा नेता राम माधव ने अपना बयान वापस ले लिया। साथ ही उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को गठबंधन कर भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनौती भी दे डाली। माधव ने ट्वीट किया कि अब चूंकि आप किसी भी बाहरी दबाव से इनकार कर रहे हैं। मैं अपना बयान वापस लेता हूं। पर चूंकि आपने अभी ये साबित किया कि पीडीपी और नेशनल कांफ्रेंस के बीच दोस्ती है तो मैं चाहूंगा कि आप अगली बार मिलकर चुनाव लड़ें। आपको ध्यान हो कि ये एक राजनैतिक बयान है, निजी आक्षेप नहीं'
इसके जवाब में एक बार फिर उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, 'नहीं, ऐसे बेतुके मजाकिया आरोप काम नहीं आएंगे। आपने दावा किया है कि मेरी पार्टी पाकिस्तान के इशारे पर काम कर रही है। मैं चैलेंज करता हूं। स्थानीय निकाय चुनाव का विरोध पाकिस्तान के इशारे पर होने का सबूत सार्वजनिक करो। ये मेरी ओर से आपको और आपकी सरकार को खुला चैलेंज है।'
राम माधव ने वापस लिया बयानवहीं, मामला बढ़ता देख भाजपा नेता राम माधव ने अपना बयान वापस ले लिया। साथ ही उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को गठबंधन कर भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनौती भी दे डाली। माधव ने ट्वीट किया कि अब चूंकि आप किसी भी बाहरी दबाव से इनकार कर रहे हैं। मैं अपना बयान वापस लेता हूं। पर चूंकि आपने अभी ये साबित किया कि पीडीपी और नेशनल कांफ्रेंस के बीच दोस्ती है तो मैं चाहूंगा कि आप अगली बार मिलकर चुनाव लड़ें। आपको ध्यान हो कि ये एक राजनैतिक बयान है, निजी आक्षेप नहीं'