साभार: जागरण समाचार
शांति के लिए पहल करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को कहा कि वह अपने समकक्ष भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत करने के लिए तैयार थे। अब पाकिस्तान के लोगों की भी
मानसिकता बदली है यहां के लोग भी अमन और शांति चाहते हैं। क्योंकि इमरान ने स्वीकार किया था कि पाकिस्तान की जमीन का इस्तेमाल बाहर के लोगों को आतंकवाद फैलाने के लिए देना सही नहीं है यह इस्लामाबाद के हित में नहीं था। पूर्व क्रिकेट कप्तान रह चुके इमरान ने कहा कि अब आगे बढ़ते हैं और मैं बातचीत के लिए तैयार हूं।
दोनों देशों में व्यापार पर जोर: पाक पीएम ने आगे कहा कि मैं पिछली सरकारों की बात नहीं कर रहा हूं लेकिन मैं भारत के साथ एक मजबूत और शिष्ट संबंध चाहता हूं। साथ ही मैं आपको आश्वासन भी देता हूं कि हम मिलकर इस समस्या का हल निकाल सकते हैं, जरा सोचिए कि अगर एक बार दोनों देशों में व्यापार शुरू हो जाए तो हमारे रिश्ते कितने सुधर जाएंगे और दोनों देशों को कितना फायदा होगा।
हाफिज सईद पर निशाना: पाक पीएम इमरान ने आगे कहा कि, मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और जमात-उद दावा के प्रमुख हाफिज सईद पर अमेरिका ने 10 मिलियन अमरीकी डालर का इनाम रखा है, यूएन ने भी हाफिज को प्रतिबंधित कर उस पर शिकंजा कसा हुआ है।