Saturday, July 8, 2017

भारत खास मकसद के चलते सिक्किम तनाव के बीच उठा रहा है ट्राई जंक्शन का मसला - चीन

भारतट्राई जंक्शन का मसला किसी खास मकसद के चलते उठा रहा है। सिक्किम में जारी भारत-चीन के बीच तनाव को लेकर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का ये बयान आया है। जेंग शुआंग के मुताबिक ट्राई जंक्शन
सिर्फ एक पाॅइंट है कि रेखा या इलाका। सड़क बनाने का 2012 में हुए भारत-चीन ट्राई जंक्शन समझौते से कोई लेना देना नहीं है। जेंग के मुताबिक चीन ने उस समझौते का उल्लंघन नहीं किया है। जहां सड़क बन रही है वह डोकलाम इलाके का हिस्सा नहीं है। भारत किसी और मकसद के चलते पूरे डोकलाम इलाके को ट्राई जंक्शन का हिस्सा बता रहा है। किसी एक पॉइंट को इलाके में तब्दील करना ठीक नहीं है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। चीन के अनुसार भारत 1890 समझौते को दोहराता रहा है। जिसमें तिब्बत और सिक्किम के बीच सीमा खींची गई थी। एक बार समझौता हो चुका है और इसे बदला नहीं जा सकता। इस सवाल पर की भूटान ने भी मसले पर आपत्ति उठाई है चीन ने कहा कि उन दोनों के बीच समझौता हो चुका है। उधर, भारतीय महासागर में भारत, अमेरिका और जापान की नौसेनाओं के बीच 9 जुलाई को होने जा रहे मलाबार सैनिक अभ्यास पर भी चीन की टिप्पणी आई है। चीन का कहना है कि वह उम्मीद कर रहा है तीसरे राष्ट्र के खिलाफ नहीं है। इससे इलाके की शांति और सुरक्षा पर असर नहीं पड़ेगा। 
दक्षिण चीन सागर के ऊपर अमेरिकी लड़ाकू विमानों ने भरी उड़ान: अमेरिका ने फिर दक्षिण चीन सागर पर चीन के एकाधिकार को चुनौती दी है। अमेरिका के दो लड़ाकू विमानों ने गुरुवार को विवादित दक्षिण चीन सागर के ऊपर से उड़ान भरी। अमेरिकी वायुसेना ने इसे अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र मानने पर बल दिया। चीन हालांकि इस व्यस्त जलमार्ग पर अपना कब्जा बताता रहा है। अमेरिकी वायुसेना के एक अधिकारी ने बताया कि लड़ाकू विमान बी-1बी लांसर ने दक्षिणी चीन सागर के ऊपर उड़ान भरी। इससे पहले अमेरिका ने पूर्वी चीन सागर में दो बी-1 विमानों को प्रशिक्षित किया था। पहली बार अमेरिकी और जापानी सेना ने रात्रि सैन्य अभ्यास किया। इस पर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि पूर्वी और दक्षिणी चीन समुद्र के ऊपर उड़ान भरने और किसी प्रकार की खोज की स्वतंत्रता के लिए कोई समस्या नहीं है। किसी देश की ओर से नौवहन और उड़ान की स्वतंत्रता के नाम पर हमारी संप्रभुता और सुरक्षा को हानि पहुंचाया जाना स्वीकारा नहीं जाएगा। 
इंडिया फाउंडेशन ने वीसा दिक्कतों के बीच निरस्त की चीन यात्रा: इंडिया फाउंडेशन थिंक टैंक ने अपने डेलिगेशन की चीन यात्रा निरस्त कर दी है। भाजपा से जुड़े इस संगठन के दो रिसर्च सदस्यों को चीन ने वीसा देने से मना कर दिया था। संगठन के डायरेक्टर राम माधव ने ट्वीट कर इनकार किया है कि वो भी इस डेलिगेशन का हिस्सा थे। फाउंडेशन के मुताबिक माधव के पास नवंबर तक का चीनी वीसा है।
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साभार: भास्कर समाचार 
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