दुनिया के नक्शे पर न केवल हरियाणा की दूध-दही के प्रदेश वाले राज्य की पहचान बरकरार रहेगी, बल्कि यह पहला राज्य होगा, जहां पेट्रोल पंपों पर दूध मिला करेगा। सरकार राज्य के पेट्रोल पंपों पर दूध बेचने की तैयारी में है। हरियाणा डेयरी विकास प्रसंघ के मिल्क प्लांट्स के जरिए वीटा दूध और उससे बने उत्पाद पेट्रोल पंपों पर
उपलब्ध रहेंगे। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। जीटी रोड पर जगह-जगह खुले शराब ठेकों वाले राज्य में पेट्रोल पंप पर दूध तथा उसने बने उत्पाद किसी भी राज्य के प्रति धारणा बनाने में अहम भूमिका अदा करेंगे। हरियाणा डेयरी विकास प्रसंघ वीटा दूध का निर्माण करता है। राज्य में अंबाला, बल्लभगढ़, रोहतक, जींद, कुरुक्षेत्र और सिरसा में वीटा के मिल्क प्लांट हैं। 352 बूथ के जरिए दूध और उससे बने उत्पादों की बिक्री की जाती है। नए बूथ के अलाटमेंट में इतनी औपचारिकताएं हैं कि राज्य सरकार का उपक्रम होने के बावजूद डेयरी विकास प्रसंघ को काफी मशक्कत करनी पड़ती है। बीच का रास्ता निकालते हुए राज्य सरकार ने भारतीय तेल निगम के अधिकारियों से पेट्रोल पंपों पर बूथ अलाट करने की पेशकश की है। इसके लिए डेयरी विकास प्रसंघ के अधिकारियों की भारतीय तेल निगम के उच्च अधिकारियों के साथ तीन दौर की बातचीत हो चुकी है। प्रदेश में करीब 1200 पेट्रोल पंप हैं। शुरू में लगभग 200 पेट्रोल पंपों पर वीटा दूध और उससे बने उत्पादों की बिक्री की अनुमति देने पर वार्ता चल रही है। चैनल फीस, सिक्योरिटी और कमीशन के मुद्दों पर सहमति बनते ही पेट्रोल पंपों पर दूध मिलना शुरू हो जाएगा। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। डेयरी विकास प्रसंघ की ओर से चंडीगढ़ में अपने बूथों की हिस्सेदारी बढ़ाने पर भी गंभीर प्रयास चल रहे हैं। यहां पंजाब सरकार के उपक्रम वेरका के 108 बूथ हैं जबकि हरियाणा सरकार के उपक्रम वीटा के मात्र 10 ही बूथ अलाट हो पाए हैं। डेयरी विकास प्रसंघ के अधिकारी इस अनुपात को 60-40 के हिसाब से बढ़ाने के लिए पंजाब सरकार पर दबाव बना रहे हैं। विभागीय अधिकारियों ने इसके लिए सहकारिता राज्य मंत्री बिक्रम सिंह यादव से उचित प्लेटफार्म पर बात करने का आग्रह किया है।
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साभार: जागरण समाचार
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