नवचयनित जेबीटी शिक्षकों को ज्वाइनिंग कराने में शिक्षा विभाग के पसीने छूट रहे हैं। कहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में स्टाफ की कमी शिक्षकों की नियुक्ति में रोड़ा अटका रही है तो कहीं मौलिक शिक्षा
अधिकारी कार्यालयों में जमा आवेदकों की भीड़ से सारी व्यवस्था दम तोड़ जा रही है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री निवास और शिक्षा निदेशालय पूरी स्थिति पर नजर रखे है और हर दिन की रिपोर्ट तलब की जा रही है। प्रदेश के सभी डीईईओ ऑफिस में 28 अप्रैल से नवचयनित 7906 जेबीटी शिक्षकों को ज्वाइनिंग कराने की प्रक्रिया जोर-शोर से चल रही है। यहां तक कि सभी कर्मचारियों की छुट्टियां और साप्ताहिक अवकाश रद कर उन्हें कार्यालय में आवेदकों के दस्तावेजों की जांच और नियुक्ति पत्र देने के काम में लगाया गया है। शिक्षकों को सबसे ज्यादा मुश्किल सीएमओ कार्यालय से फिटनेस प्रमाणपत्र लेने में आ रही है। स्टाफ कम होने से दिन में केवल एक सौ लोगों को ही स्वास्थ्य जांच के बाद प्रमाणपत्र दिया जा सकता है। ऐसे में यहां दिन भर फिटनेस सर्टिफिकेट के लिए मारामारी की स्थिति रहती है। सारा दिन धक्के खाने के बावजूद कई युवा मायूस होकर लौट जाते हैं और अगले दिन फिर शुरू हो जाता है लाइन में लगने का दौर। कुछ यही हाल डीईईओ ऑफिस का है जहां आवेदक सैकड़ों हैं तो स्टाफ गिना-चुना। इससे सारा दिन अफरा-तफरी की स्थिति रहती है। बीच-बीच में स्टाफ से आवेदकों के उलझने के कारण काम भी प्रभावित हो जाता है। लगातार छह दिन से चल रही ज्वाइनिंग प्रक्रिया के बावजूद अभी हजारों युवाओं को नियुक्ति पत्र का इंतजार है। नवचयनित जेबीटी अध्यापक पात्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने कहा कि डीईईओ और सीएमओ कार्यालय में अतिरिक्त स्टाफ की तैनाती की जाए ताकि ज्वाइनिंग प्रक्रिया को पूरा कर शिक्षकों को स्कूल आवंटित किए जा सकें।
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: जागरण समाचार
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE. Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.