मेंटली स्ट्रॉन्ग,सफल लोगों के बारे में ये दो शब्द कई बार हम सुनते हैं। लेकिन इसका मतलब क्या है। दरअसल यह बहुत कुछ अपने व्यवहार और भावनाओं को नियंत्रित करने से जुड़ा है। इसे लोगों की आदतों से समझा जा
सकता है। जैसे मेंटली स्ट्रॉन्ग लोग असफल होने के बावजूद हार नहीं मानते। सुधार की पूरी कोशिश के साथ फिर काम में लग जाते हैं। वो इन बातों पर ध्यान नहीं देते कि उनकी हार पर लोग क्या कह रहे हैं। ही वो किसी और की जीत पर अफसोस करते हैं। वो अपनी हार से भी सीखते हैं और दूसरों की सफलता से भी। हार से वो सीखते हैं कि क्या गलती हुई और यह गलती फिर नहीं करना है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। जीत को वे अगले अवसर तक ले जाते हैं। लेकिन वे यह भी जानते हैं कि अवसर को किस तरह और कितना कैलकुलेटेड रिस्क लेकर आगे बढ़ाना है। वे काम शुरू करने से पहले ही इस दौरान पैदा होने वाली परिस्थितियों को अच्छी तरह से समझ लेते हैं। वे समझते हैं कि सभी लोगों को खुश नहीं किया जा सकता। वो ही ऐसी कोशिश करते हैं। वो समझते हैं कि वे किसी और के विचारों को तो नियंत्रित कर सकते हैं और ही हर परिस्थिति को बदल सकते हैं। इसलिए वो इसकी ज्यादा चिंता नहीं करते। हालांकि वो खुद परिवर्तन के लिए तैयार रहते हैं, क्योंकि जानते हैं कि आगे बढ़ने के लिए यह सबसे ज्यादा जरूरी है।
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: भास्कर समाचार
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE. Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.