भारतीय फौज ने पाकिस्तान को सबक सिखाते हुए बेहद सख्त सैन्य कार्रवाई में पाक सेना की कई सैन्य चौकियों और बंकरों को तबाह कर दिया है। नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार पाकिस्तानी चौकियों को तबाह करने
की यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में अंजाम दी गई। हालांकि, सेना ने इस बार अपनी सीमा के भीतर से ही पाक सैन्य ठिकानों को भेदा। इस कार्रवाई को इसी महीने एलओसी पर दो भारतीय सैनिकों के सिर काटने की पाक की नापाक हरकत का बदला माना जा रहा है। इस ऑपरेशन में पाक के 5-30 सैनिकों के मारे जाने की भी खबर है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने सेना की कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा कि आतंकवाद और सीमा पार घुसपैठ को रोकने के लिए ऐसी कार्रवाई होती रहेगी। भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सैन्य चौकियों को अपनी जबर्दस्त गोलीबारी से ध्वस्त करने का एलान बाकायदा इसका 4 सेकेंड का एक वीडियो जारी कर किया। सैन्य प्रवक्ता मेजर जनरल एके नरुला ने पाकिस्तान के खिलाफ इस बेहद अहम सैन्य प्रहार का संक्षिप्त ब्योरा देते हुए कहा कि भारतीय फौजों ने नौशेरा सेक्टर में हालिया कार्रवाई में पाक सेना को काफी नुकसान पहुंचाया। आंतकियों को संरक्षण देने और घुसपैठ कराने की पाक सेना की कोशिशों को देखते हुए यह कार्रवाई की गई। हालांकि, सैन्य प्रवक्ता ने इस ऑपरेशन का विस्तृत ब्योरा नहीं दिया। हालांकि, सैन्य सूत्रों के अनुसार इस कार्रवाई को 9 मई के आस-पास अंजाम दिया गया।
सर्जिकल स्ट्राइक के बाद दूसरी बार कार्रवाई: सर्जिकल स्ट्राइक के बाद हाल के समय में यह पहला मौका है जब सेना ने किसी ऑपरेशन का न केवल खुलेआम एलान किया है बल्कि उसका वीडियो भी जारी किया है। सेना के इस कदम को एलओसी पर भारत के बदले रणनीतिक कदम का साफ संकेत माना जा रहा है।
वीडियो में दिख रहीं ढहती हुईं पाक चौकियां: सेना की ओर से जारी वीडियो में एलओसी के पार भारतीय सेना की भीषण गोलीबारी और गोले बरसाने की कार्रवाई साफ दिखाई पड़ रही है। गोलीबारी और धमाके से उठते धुएं के साथ पाक चौकियों के ढांचे के गिरने की झलक भी दिख रही है। सेना की इस जबर्दस्त कार्रवाई का मकसद साफ तौर पर पाक को संदेश देना है कि सीमा पर उसकी करतूतों व आतंकियों को घुसपैठ कराने की रणनीति पर भारत अब कठोर कदम उठाने में नहीं हिचकेगा।
आतंकी घुसपैठ की मददगार चौकियां थीं टारगेट: मेजर जनरल नरूला ने कहा कि आंतकवाद विरोधी इस कार्रवाई में दुश्मन के उन सैन्य ठिकानों को खास तौर पर टारगेट किया गया जहां से भारत में आतंकी घुसपैठ कराई जाती है। उनका साफ कहना था कि भारतीय सेना की यह कार्रवाई दंडात्मक एक्शन थी। वहीं,पाक ने भारतीय सेना की एलओसी पार की गई सैन्य कार्रवाई और पाक चौकियों के तबाह होने की बात से इन्कार किया है। मेजर गफूर ने भारतीय सेना के दावे को पूरी तरह गलत करार दिया।
एंटी गाइडेड मिसाइल, रॉकेट लांचर इस्तेमाल: इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने रॉकेट लांचर, एंटी गाइडेड मिसाइल, 105 एमएम रिकोइल्स गन और 105 एमएम लाइट फिल्ड गन, 130 एमएम गन आदि से एक साथ पाक सैन्य चौकियों पर हमला बोला। पाक सैनिकों को जवाबी एक्शन के लिए सोचने का वक्त भी नहीं मिला। रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने ट्वीट कर सैन्य ऑपरेशन का समर्थन करते हुए कहा कि घुसपैठ और आंतकवाद को रोकने को ऐसा कदम जरूरी है।
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साभार: जागरण समाचार
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