हरियाणा के सरकारी स्कूलों में सात साल पहले 550 करोड़ रुपये खर्च कर
स्थापित किए गए एजुसेट (सेटेलाइट के जरिए एजुकेशन सिस्टम) अभी तक अपसेट ही
चल रहे हैं। पूर्व हुड्डा सरकार में एजुसेट को ठीक करने के दावे तो बहुत
हुए पर हकीकत में अमल न के बराबर हुआ। अब मनोहर सरकार ने हुड्डा सरकार में
बिगड़ चुके एजुसेट सिस्टम को सेट करने का बीड़ा उठाया है। मुख्यमंत्री
मनोहर लाल बीते महीने स्कूल शिक्षा व उच्च शिक्षा
विभाग से खराब पड़े
एजुसेट का रिकॉर्ड तलब कर चुके हैं। मौलिक, सेकेंडरी व उच्च शिक्षा विभाग
की अहम बैठक लेते हुए मुख्यमंत्री ने इन्हें दुरुस्त करने के निर्देश दिए
थे। सरकार के सख्त रुख अपनाने के बाद विभाग भी हरकत में आ गए हैं। स्कूल
शिक्षा विभाग ने गुड़गांव जिले में पचास लाख रुपये की लागत से स्कूलों में
लगे अधिकांश एजुसेट को ठीक कर चलने योग्य बना दिया है। अन्य जिलों के
स्कूलों में खराब पड़े सिस्टम की मरम्मत का एस्टीमेट तैयार हो चुका है। जून
महीने में होने वाले ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान एजुसेट सिस्टम को ठीक
करने का काम किया जाएगा। स्कूल शिक्षा विभाग ने जुलाई महीने में एजुसेट से
पढ़ाई कराने का लक्ष्य रखा है। मुख्यमंत्री की घुड़की के बाद उच्च शिक्षा
विभाग ने उन 38 कॉलेजों के प्राचार्यो से भी रिपोर्ट मांगी है, जिनमें बीते
वर्ष अप्रैल में एजुसेट स्थापित करने का निर्णय लिया गया था। उच्च शिक्षा
विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विजय वर्धन ने प्राचार्यो से एजुसेट स्थापित
करने की प्रक्रिया व क्रियान्वयन की पूरी रिपोर्ट मांगी है। यहां भी सिस्टम
खराब होने या डिब्बों में ही पड़े होने पर उन्हें स्थापित करने का कार्य
शुरू कराया जाएगा। मनोहर सरकार प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित
स्कूल व कॉलेज के छात्रों के ज्ञान में वृद्धि करने के लिए सेटेलाइट
एजुकेशन को अधिक से अधिक बढ़ावा देने के मूड में है।
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: जागरण समाचार
For getting Job-alerts and Education
News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE . Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.