देशभर के केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से संबंधित स्कूलों में पढ़ने
वाले विद्यार्थियों के लिए खुशखबरी है। वे इस सत्र से सीबीएसई स्कूलों में
चीनी भाषा को पढ़ सकेंगे। बोर्ड की इस पहल से कहीं न कहीं विद्यार्थी जहां
विदेशी भाषा से रूबरू हो सकेंगे, वहीं बढ़ते ग्लोबलाइजेशन में भारतीय
विद्यार्थियों को विदेशी भाषा का भी ज्ञान मिल सकेंगे। इतना ही नहीं
सीबीएसई का यह कदम भारत में बेहतर पढ़ाई करने के बाद चीन में नौकरी करने
का
सपना संजोय बैठे विद्यार्थी के लिए एक वरदान से कम नहीं होगा। बोर्ड के
डायरेक्टर ने इसको लेकर देशभर के तमाम स्कूलों में एक पत्र भेजा है। पत्र
के अनुसार प्रथम चरण में शैक्षणिक सत्र 2015-16 में स्कूलों में विद्यार्थी
चीनी भाषा के कोर्स को वैकल्पिक रूप में ले सकेंगे। स्कूलों में
विद्यार्थियों की रुचि
को देखने के बाद बोर्ड द्वारा इसे अनिवार्य
किया जाएगा। पत्र में बोर्ड द्वारा उल्लेख किया गया है कि विश्व में चीनी
भाषा व्यापक स्तर पर बोली जाती है। कहीं न कहीं चीन में नौकरी के लिए जाने
वाले विद्यार्थियों को चीनी भाषा न आने के कारण उन्हें परेशानी ङोलनी पड़ती
है। सीबीएसई का उद्देश्य है कि उनके संबंधित स्कूलों में पढ़ने वाले
विद्यार्थियों के समक्ष इस तरह की दिक्कतें न आए।
स्कूलों को बोर्ड को
भेजने होंगे आवेदन: पत्र के अनुसार उक्त कोर्स को स्कूलों में शुरू करने
से पहले स्कूल संचालकों को उनके स्कूल का नाम, शहर का पिन कोड नंबर, प्रिंसिपल का नाम, स्टाफ का ब्योरा, उक्त विषयों को लेकर आवेदन करने वाले
संभावित विद्यार्थियों की संख्या का उल्लेख करना होगा। तत्पश्चात ही बोर्ड
द्वारा स्कूलों को कोर्स के लिए अनुमति दी जाएगी।
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साभार: जागरण समाचार
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